
इस ब्लॉग पर हिंदी साहित्य से सम्बंधित जानकारी दी जाती है। पाठक को किसी विषय पर दिक्कत हो रही है तब उसकी आवश्यकता अनुसार उस से सम्बंधित विषय पर लेख भी दिया जायेगा। यह ब्लॉग मुख्यतः हिंदी के प्रचार -प्रसार के लिए बनाया गया है। हिंदी नेट /जे.आर.एफ में आने वाले संभावित प्रश्नों का टेस्ट लिया जाता है।हिंदी नेट के पाठ्यक्रम के अनुसार आपको सामग्री प्रदान की जाती है।।
Toilet the best movie
इस देश में फिल्मों को लेकर हमेशा विवाद बना रहता है पद्मावती भी ऐसी ही विवादित फिल्म रही जिसमे राजपूत समुदाय इस फिल्म को न रिलीज होने होने पर जोर देता रहा ओर इसे रिलीज नहीं होने दिया बंगला भाषा में बनी फिल्म में भी राम-सीता का नाम रखने पर विवाद होने लग गया ऐसे में बनी फिल्म टॉयलेट एक ऐसी फिल्म हे जो समाज में अन्धविश्वास को उजागर करता है टॉयलेट की जगह खेतों का इस्तेमाल करने पर विरोध जताया है इस फिल्म में रूढ़िवादी लोगों के विचार फिल्म के अंत में जाकर बदलते हे इस फिल्म के नायक ने शुरू से फिल्म में विरोध सहा है मगर अंत में उसी की जीत होती हे इस फिल्म में सरकारी कामकाजों को भी दिखाया गया है किस प्रकार वह किसी भी कार्य को इतनी लापरवाही से करते हे की दस दिन का काम सौ दिन में होता हे एक तरफ इस फिल्म में रूढ़िवादी विचार के खिलाफ एक सकरात्मक सोच की विजय की है दूसरी तरफ यह भाजपा की प्रचारक भी लगती है इसमें नोटबंदी को एक महान कार्य के रूप में दिखाकर इससे सरकारी कामगारों को प्रेरणा लेने की ओर संकेत जाता है अंत में यह फिल्म अच्छी फिल्मों में से एक है
_-
सदस्यता लें
संदेश (Atom)
हिंदी साहित्य में किन्नर विमर्श -एक पूर्वपीठिका साहित्य किसी भी स्थिति की तहों में जाकर समाज का सरोकार उन विमर्शो और मुद्दों से करता है जिस...
-
मनुष्य हूँ - नागार्जुन (कविता ) आप हमारे यूट्यूब चैनल से जुड़िये उसे सब्सक्राइब कीजिये महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी hindi sahitya sambandh se...
-
हिंदी कहानी DEVKANT SINGH (blog-mukandpr.blogspot.com) NET~JRF MOBILE NO-9555935125 प्रश्न 1 -" भगवान ! मेरे पथ -भ्र्ष्ट नाविक...