हिंदी नाटक

हिंदी नाटक 

प्रश्न 1 -अंधेर नगरी का पाँचवा अंक कौन -सा है ?

  1. बाह्य प्रान्त 
  2. अरण्य 
  3. जंगल 
  4. श्मशान 

प्रश्न 2 -अंधेर नगरी में 'ग्रन्थ बनने का कारण' भूमिका किसने लिखी है ?
  1. लाला श्रीनिवासदास 
  2. राधाकृष्णन दास 
  3. श्री रामदीन सिंह 
  4. राजा लक्ष्मण सिंह 
प्रश्न 3 -गोवर्धनदास नगर के किस  दिशा की ओर जाता है ?
  1. पूर्व 
  2. पश्चिम 
  3. उत्तर 
  4. दक्षिण 
प्रश्न 4 -'पान खाइए महाराज' यह कथन पान वाला अँधेरी नगरी के किस अंक  में कहता है ?
  1. दूसरा 
  2. तीसरा 
  3. चौथा 
  4. पांचवा 
प्रश्न 5 - 'महाभोज' नाटक की कथा किस गाँव के आस -पास केंद्रित है ?
  1. गंगोली 
  2. सरोहा 
  3. दिल्ली 
  4. बाँदा 
प्रश्न 6 -"कष्ट ह्रदय  की कसौटी है , तपस्या अग्नि है। सम्राट !यदि इतना भी न कर सके तो क्या !सब क्षणिक सुखों  का अंत है। जिसमें  सुखों का अंत न हो ,इसलिए सुख करना ही न चाहिए। मेरे इस जीवन के देवता और उस जीवन के प्राप्य !क्षमा !"
यह पंक्ति  स्कंदगुप्त नाटक के  कौन से अंक से लिया गया है ?
  1. दूसरा 
  2. तीसरा 
  3. चौथा 
  4. पांचवा 
प्रश्न 7 -इनमें से  कौन से पात्र 'आषाढ़ का एक दिन' नाटक से है ?
  1. संगिणी 
  2. नीरज 
  3. अम्बिका 
  4. सुंदरी 

  1. - 2 ,3 
  2. -1 ,3 ,
  3. -3  ,4 
  4. -1 ,,2 
प्रश्न 8 -निम्न में  किस नाटक पर निर्देशक मणि कौल ने 1971 में फिल्म बनाई थी ?
  1. महाभोज 
  2. आधे -अधूरे 
  3. आषाढ़ का एक दिन 
  4. सिंदूर की होली 
प्रश्न 9 -निम्नलिखित में कौन -से पात्र 'सिंदूर की होली' के नहीं है ?
  1. मनोरमा 
  2. सावित्री 
  3. रुक्मा 
  4. चंद्रकांता

  1. - 2 ,3 
  2. -1 ,3 ,
  3. -2  ,4 
  4. -1 ,,2 
प्रश्न 10 - भारतेन्दु के नाटकों को क्रम से लगाइए ?
  1. वैदिक हिंसा हिंसा न भवति ,भारत दुर्दशा ,अंधेर नगरी ,सती प्रताप 
  2. सती प्रताप ,अंधेर नगरी ,वैदिक हिंसा हिंसा न भवति ,भारत दुर्दशा 
  3. भारत दुर्दशा ,वैदिक हिंसा हिंसा न भवति ,सती प्रताप ,अंधेर नगरी 
  4. सती प्रताप ,भारत दुर्दशा ,अंधेर नगरी ,वैदिक हिंसा हिंसा न भवति 
प्रश्न 11 -निम्नलिखित नाटकों में कौन से नाटक भारतेंदु के मौलिक नाटक है ?
  1. प्रेम जोगनी 
  2. भारत दुर्दशा 
  3. विद्या सूंदर 
  4. मुद्राराक्षस 
  1. - 2 ,3 
  2. -1 ,-3 ,
  3. -2  ,4 
  4. -1 ,,2 
प्रश्न 12 -"मैं  पुरुष हूं ?नहीं !मैं अपनी आँखों से अपना वैभव और अधिकार दूसरों को अन्याय  से छिनता देख रहा हूँ और मेरी वाग्दत्ता पत्नी मेरी अनुत्साह से मेरी नहीं रही। "
किस पात्र द्वारा कहा गया  है ?
  1. स्कंदगुप्त 
  2. समुन्द्रगुप्त 
  3. चद्रगुप्त 
  4. पुरुराज 
प्रश्न 13 -निम्नलिखित नाटकों को क्रम से लगाइये ?
  1. विशाख ,कामना ,स्कंदगुप्त ,चन्द्रगुप्त 
  2. कामना ,विशाख ,चन्द्रगुप्त ,स्कंदगुप्त 
  3. कामना ,विशाख ,स्कंदगुप्त ,चन्द्रगुप्त 
  4. चन्द्रगुप्त ,विशाख ,कामना ,स्कंदगुप्त 
प्रश्न 14 -निम्नलिखित नाटकों को क्रम से लगाइये ?
  1. सन्यासी ,मुक्ति का रहस्य ,सिंदूर की होली ,आधी रात 
  2. आधी रात ,मुक्ति का रहस्य ,सन्यासी ,सिंदूर की होली 
  3. -सिंदूर की होली ,सन्यासी ,आधी रात ,मुक्ति का रहस्य 
  4. सन्यासी ,सिंदूर की होली ,आधी रात मुक्ति का रहस्य 
प्रश्न 15 "महत्वकांक्षा का मोती निष्ठुरता की सीपी में रहता है।" 
किस नाटक का कथन है ?
  1. स्कंदगुप्त 
  2. चन्द्रगुप्त 
  3. धुरुस्वमिनी 
  4. एक और द्रोणाचार्य 
प्रश्न 16 -निम्नलिखित में से कौन जीवनीपरक नाटक है ?
  1. भारत दुर्दशा 
  2. आगरा बाजार 
  3. एक और द्रोणाचार्य 
  4. सिंदूर की होली 
प्रश्न 17 -निम्लिखित में कौन से ऐतिहासिक नाटक है ?
  1. चन्द्रगुप्त 
  2. अँधा युग 
  3. एक और द्रोणाचार्य 
  4. स्कंदगुप्त
  1. - 2 ,3 
  2. -1 ,-3 ,4 
  3. -1,2 ,4 
  4. -1 ,,4
प्रश्न 18-राजनीती की व्यापक भ्रष्टता किन नाटकों में देखी जा  है ?
  1. बकरी 
  2. भारत दुर्दशा 
  3. महाभोज 
  4. सिंदूर की होली 

  1. - 2 ,3 
  2. -1 ,-3 ,
  3. -2  ,4 
  4. -1 ,,2 
प्रश्न 19 -"वह भी देखा है।  देखा है की जिस मुट्ठी में तुम कितना -कुछ एक साथ भर लेना चाहती थी ,उसमें जो था वह धीरे धीरे बाहर फिसलता गया है की तुम्हारे मन में लगातार एक डर समता गया है जिसके मारे कभी तुम घर का दामन थामती रही हो ,कभी बाहर का और की वह डर एक दहशत में बदल गया। जिस दिन तुम्हे एक बहुत बड़ा झटका खाना पड़ा ...अपनी आखिरी कोशिश में।" 
किस नाटक का कथन है ?
  1. आषाढ़ का एक दिन 
  2. सिंदूर की होली 
  3. आधे -अधूरे 
  4. एक और द्रोणाचार्य 
प्रश्न २० -इनमे से कौन मिथकीय नाटक है ?
  1. आषाढ़ का एक दिन 
  2. सिंदूर की होली 
  3. अँधा युग 
  4. एक और द्रोणाचार्य 
प्रश्न 21 -निम्नलिखित नाटक के अंको को क्रम से लगाओ ?
  1. बाह्य प्रान्त ,जंगल ,बाजार ,अरण्य 
  2. जंगल ,बाजार ,अरण्य ,श्मशान 
  3. राजसभा ,जंगल ,अरण्य ,श्मशान
  4. बाजार ,जंगल ,राजसभा ,अरण्य 
प्रश्न 22-अँधा युग नाटक  के अंको को क्रम से लगाओ ?
  1. कौरव नगरी ,पशु का उदय ,अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य ,गांधारी का श्राप 
  2. कौरव नगरी ,अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य ,पशु का उदय ,गांधारी का श्राप 
  3. पशु का उदय ,कौरव नगरी ,अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य ,गांधारी का श्राप 
  4. अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य  ,गांधारी का श्राप ,कौरव नगरी ,पशु का उदय 
प्रश्न 23 -मैं हूँ परात्पर 
जो कहता हु करो सत्य जीतेगा ,
मुझसे लो सत्य मत डरो। 
अँधा युग के किस अंक से  लिया है ?
  1. पहला 
  2. तीसरा 
  3. चौथा 
  4. पांचवा 
प्रश्न 24 -'लीला' किस नाटक की पात्र है ?
  1. आषाढ़ का एक दिन 
  2. सिंदूर की होली 
  3. आधे -अधूरे 
  4. एक और द्रोणाचार्य 
प्रश्न 25 -"एक निर्देशक की दृष्टि से आधे -अधूरे मुझे समकालीन जिंदगी का पहला सार्थक उपन्यास लगता है। "
किसका कथन है ?
  1. मणि कौल 
  2. ओम शिवपुरी 
  3. चेतन भगत 
  4. जावेद अख्तर 

उत्तरमाला 

  1. b
  2. c
  3. b
  4. c
  5. b
  6. d
  7. b
  8. c
  9. a
  10. a
  11. d
  12. c
  13. a
  14. a
  15. b
  16. b
  17. d
  18. b
  19. c
  20. c
  21. d
  22. a
  23. a
  24. d
  25. b

कोरोना में रोना -एक विवेचना

कोरोना में रोना -एक विवेचना 




कोरोना एक ऐसी महामारी है  जिसने मनुष्यता की कड़ी से कड़ी परीक्षा लेना शुरू कर दिया। जहाँ पूरा विश्व इस महामारी से त्रस्त है वही मनुष्यता की भी उतनी  कड़ी परीक्षा है। इस समय किसी भी जाति ,वर्ग ,लिंग ,क्षेत्र कोई भी ऐसा नहीं जहाँ लोग इस महामारी से त्रस्त न हो। इस महामारी ने सभी लोगों को घर के अंदर रहने पर मजबूर कर दिया है। ऐसे में आप एक प्रवासी मजदूर  की व्यथा भी समझ सकते है।उसे खाने, रहने जैसा कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।  वह इस इंतजार में है की कब यह लॉकडाउन  हटे  वह अपनी घर के लोगों से मिल सके।इसी जल्दबाजी के चक्कर में वह कई अन्य लोगों को भी खतरे में डाल रहे है। दिल्ली में आनंद विहार बस अड्डे पर भीड़ एक ऐसा ही उद्धरण है। कई जगह ये लोग पैदल ही अपने गाँव तक जाना चाहते है। उनके घरवालों को दिन रात उनकी चिंता रहती है की वह वहां कैसे रहेंगे। लेकिन इस कठिन परिस्थितियों में भी आपको धैर्य की आवश्यकता है। सरकार अपनी तरफ से पूर्णतः प्रयासरत है की किसी को भी कोई दिक्कत न हो।
समय के ऐसे मार में कई लोगों की शादियाँ भी रुकी। जिन्होंने मार्च और अप्रैल में उन्होंने जो सपने सजोये उन्हें कुछ विराम की आवश्यकता है। आप यादों द्वारा अपना दो -तीन  महीने को बिता सकते हो। प्रेमिकाओं की दशा उर्मिला सी हो गई है। मगर आप लोगों को 14 वर्ष दूर नहीं रखा जायेगा। आप अपने धैर्य से आसानी से इस समय को बिता सकते है। आप जितना अपने धैर्य को बनाये रखेंगे उतनी ही जल्दी आपको मिलने का मौका मिलेगा। इसलिए आप आराम से घर में रहिये। 
मैथिलीशरण गुप्त ने  महाकाव्य लिखा 'साकेत' उसके 'नवम सर्ग' जो उर्मिला के विरह पर आधारित है। उसमे उर्मिला का दर्द झलकता है। 
"आठ पहर चौषठ घड़ियाँ स्वामी का ही ध्यान रहे।" 

ये हुई प्रेम की बात जिसे श्रृंगार रस , अब वात्सल्य का भी नजारा देखे। 'कोरोना में रोना' एक ऐसे ही माँ के प्रति बेटे के प्रेम पर आधारित है। जिसकी लेखिका 'तानिया शर्मा' है। इसे लेख कहे या आत्मकथ्य इस पर सोचा जा सकता है। वास्तविकता को उन्होंने कलात्मक ढंग प्रस्तुत किया है जहाँ उनकी स्वानुभूति शब्दबद्ध  होकर रचना को जीवंत करते हुई पाठक को भी प्रभावित करती है। लेखिका ने सरल भाषा में ही अपने समय को प्रदर्शित करती है। उन्होंने जब यह लेख मुझे भेजा तब मुझे आश्चर्य हुआ कि एक प्रेम की  कविता लिखने वाली लेखिका ने अपना कलम लेख की तरफ कैसे मोड़ लिया। यह कहानी एक 'देवन्द्र शर्मा' की है जो अपने माता के मृत्यु पर घर नहीं जा सके। जिसने उन्हें जन्म दिया और सदैव उन्होंने अपने बच्चे का साथ दिया वह आज उनसे मिलने तक नहीं जा सका। महामारी की ऐसी मार है जो उन्हें सदैव इस बात को सोचने पर मज़बूरी करेगा।वह अंतिम समय में भी अपनी माँ से नहीं मिल पाए।  
एक नयी कहानीकार या लेखक को उभारने के लिए आपको इस लेख ,आत्मकथ्य ,कहानी जो भी हो समझ कर पढ़ो हो सकता है आपको इसमें वह घटना न मिले जिसकी आपको उम्मीद हो। लेकिन आप यह लेख अवश्य पढ़ना चाहिए। 15 से 20 मिनट में आप इसे पढ़ सकते है। 
hitlertaniyasharma.blogspot.com इस पर आप इनका लेख  सकते है। 

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आप लोग इस कठिन समय में सरकार का साथ दीजिए। मानव के साथ पशुओ का भी ध्यान रखिये। पढ़ने के लिए भी यह समय सबसे अधिक उचित है उसका सार्थक उपयोग करे। 

हिंदी निबंध

हिंदी निबंध 

प्रश्न 1 -निम्न को क्रम से लगाओ ?
  1. छितवन की छाँह ,कदम की फूली डाल ,तुम चन्दन हम पानी ,मैंने सिल पहुँचाई 
  2. कदम की फूल डाल ,छितवन की छाँह ,मैंने सिल पहुँचाई,तुम चन्दन हम पानी 
  3. कदम की फूली डाल,मैंने सिल पहुँचाई ,तुम चन्दन हम पानी ,छितवन की छाँह 
  4. कदम की फूली डाल ,तुम चन्दन हम पानी ,मैंने सिल पहुँचाई ,छितवन की छाँह 
प्रश्न 2 -निम्न को क्रम से लगाओ ?
  1. आलोक पर्व ,साहित्य सहचर ,अशोक के फूल ,कुटज 
  2. कुटज ,आलोक पर्व ,साहित्य सहचर ,अशोक के फूल 
  3. अशोक के फूल ,कुटज ,साहित्य सहचर ,आलोक पर्व 
  4. कुटज ,आलोक पर्व ,अशोक के फूल ,साहित्य सहचर 
प्रश्न 3 - हिंदी का एडिसन किसे कहा जाता है ?
  1. भारतेन्दु 
  2. बालकृष्ण भट्ट 
  3. बालमुकुंद गुप्त 
  4. प्रताप नारायण मिश्र 
प्रश्न 4 -"हमारे सारे धर्म- कर्म बासी ब्राह्यणत्व के छिछोरेपन से दरिद्रता को प्राप्त हो रहे है। यही कारण  है की आज हम जातीय दरिद्रता से पीड़ित है." 
किस निबंध का कथन है ?
  1. मेरे राम का मुकुट भीग रहा है 
  2. भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है 
  3. मजदूरी और प्रेम 
  4. साहित्य और संस्कृति 
प्रश्न 5- "लड़की का ख्याल आते ही दुश्चिंता होती ,गली में जाने कैसे तत्व रहते है।" 
किस निबंध का कथन है ?
  1. मेरे राम का मुकुट भीग रहा है 
  2. भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है 
  3. प्रेम और मजदूरी 
  4. साहित्य और संस्कृति 
प्रश्न 6-"निबंध वह लेख है ,जिसमें किसी गहन विषय पर विस्तारपूर्वक और पांडित्यपूर्ण  ढंग से विचार किया गया है।" 
निबंध के बारे में किसका कथन  है ?
  1. श्यामसुन्दरदास 
  2. बाबू गुलाब राय 
  3. रामचंद्र शुक्ल 
  4. रामस्वरूप चतुर्वेदी 
प्रश्न 7 -"यदि पद्य कवियों की कसौटी है तो निबंध गद्य की।"
निबंध के बारे में किसका कथन  है ?
  1. श्यामसुन्दरदास 
  2. बाबू गुलाब राय 
  3. रामचंद्र शुक्ल 
  4. रामस्वरूप चतुर्वेदी 
प्रश्न 8 -निम्न में से कौन -से  निबंध चिंतामणि के प्रथम भाग में प्रकाशित नहीं है ?
  1. काव्य में लोकमंगल की साधनावस्था 
  2. काव्य में प्रकृति -दृश्य 
  3. सच्ची वीरता 
  4. भारतेन्दु हरिश्चंद्र

  1. - 2 ,3 
  2. -1 ,3 ,4 
  3. -1 ,4 
  4. -1 ,,2 

प्रश्न 9 -निम्न में से कौन से निबंध भारतेन्दु की  है   ?
  1.  बनारस का बुढ़वा मंगल 
  2. स्वर्ग में विचारसभा का अधिवेशन 
  3. दिल्ली दरबार दर्पण 
  4. कलिराज की सभा 

  1. - 2 ,3 
  2. -1 ,3 ,4 
  3. -1 ,4 
  4. -1 ,,2 
प्रश्न 10 -"मनुष्य अपने भावों ,विचारो और व्यापारों के लिए दूसरों के भावों ,विचार और व्यापारों के साथ कही मिलाता और कही लड़ाता हुआ अंत तक ;चला चलता है और इसी को जीना कहते है। जिस अनंत रूपात्मक क्षेत्र में यह व्यवसाय चलता रहता है उसका नाम है जगत।"
किस निबंध की पंक्ति है ?
  1. कवि कर्म 
  2. काव्य में रहस्यवाद 
  3. साहित्य सुमन 
  4. कविता क्या है 
प्रश्न 11 -निम्न को क्रम से लगाओ ?
  1. रास आखेटक ,,विषाद योग ,पर्ण मुकुट ,कामधेनु 
  2. विषाद योग ,रस आखेटक ,कामधेनु ,पर्ण मुकुट 
  3. विषाद योग ,कामधेनु ,पर्णमुकुट ,रस आखेटक 
  4. विषाद योग ,पर्णमुकुट ,रस आखेटक ,कामधेनु 
प्रश्न 12 -"भारतवासी जरा भय न करे ,उन्हें लार्ड कर्जन के शासन में कुछ करना न पड़ेगा। आनंद ही आनंद है। चैन से भाग पियो और मौज उड़ाओ। "
किस निबंध की पंक्ति है ?
  1. दिल्ली दरबार दर्पण 
  2. भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है 
  3. शिवशम्भु के चिट्ठे 
  4. संस्कृति और सौंदर्य 
प्रश्न 13 -इनमें  से कौन -सा निबंधकार भारतेन्दु युग का नहीं है ?
  1. बालकृष्ण भट्ट 
  2. प्रताप नारायण मिश्र 
  3. सरदार पूर्ण सिंह 
  4. कुबेरनाथ राय 

  1. - 2 ,3 
  2. -3 ,4 
  3. -1 ,4 
  4. -1 
प्रश्न 14 -इनमें से कौन निबंधकार शुक्ल युग का नहीं है ?
  1. बाबू गुलाब राय 
  2. नामवर सिंह 
  3. शिवपूजन सहाय 
  4. शांतिप्रिय द्विवेदी 

  1. - 2 ,3 
  2. -2  ,3 ,4 
  3. -1 ,4 
  4. ,2 
प्रश्न 15 -इनमें से कौन ललित निबंधकार नहीं है ?
  1. हजारीप्रसाद द्विवेदी 
  2. कुबेरनाथ राय 
  3. रामचंद्र शुक्ल 
  4. बालमुकुंद गुप्त 

  1. - 2 ,4 
  2. ,3 ,4 
  3. -1 ,4 
  4. -1 ,,2 
प्रश्न 16-निम्नलिखित में से कौन -सा निबंध रामचंद्र शुक्ल द्वारा रचित नहीं है ?
  1. रसात्मक बोध के विवध रूप 
  2. सौंदर्य बोध और शिवत्व बोध 
  3. साधारणीकरण और व्यक्ति वैचित्र्यवाद 
  4. काव्य में लोकमंगल की साधनावस्था 
प्रश्न 17 -'कलिकौतुभ'के रचयिता कौन है ?
  1. भारतेन्दु 
  2. प्रतापनारायण मिश्र 
  3. बालकृष्ण भट्ट 
  4. बालमुकुंद गुप्त 
 प्रश्न 18 -नामवर सिंह ने संस्कृति और सौंदर्य निबंध में हज़ारीप्रसाद द्विवेदी द्वारा अशोक के फूल का उद्देश्य निम्नलिखित में से किसे माना है ?
  1. प्रकृति वर्णन 
  2. संस्कृति की मिश्रता को उजागर करना 
  3. आर्य संस्कृति की शुद्धता के अहंकार पर चोट 
  4. सामसिक संस्कृति को प्रोत्साहन 
प्रश्न 19 -"भाई हिन्दुओं ,तुम भी मतमतान्तर का आग्रह छोड़ो। आपस में प्रेम बढ़ाओ। इस महामंत्र का जाप करो। जो हिंदुस्तान में रहे चाहे किसी जाती ,किसी रंग का क्यों न हो वह हिन्दू है। हिन्दू की सहायता करो।" 
किस निबंध की पंक्ति है ?
  1. दिल्ली दरबार दर्पण नाख़ून क्यों पढ़ते है
  2.  भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है 
  3. शिवशम्भु के चिट्ठे 
  4. संस्कृति और सौंदर्य 
प्रश्न 20 -"15 अगस्त को जब अंग्रेजी भाषा के  पत्र इंडिपेंडेंस की घोषणा कर रहे थे ,देशी भाषा के पत्र स्वाधीनता दिवस की चर्चा कर रहे थे।" 
किस निबंध की पंक्ति है ?
  1. नाख़ून क्यों पढ़ते है
  2. उठ जग मुसाफिर 
  3. उत्तरफाल्गुनी के आस पास 
  4. संस्कृति और सौंदर्य 
प्रश्न 21 -वर्षा ऋतु की कौन -सी नक्षत्र उत्तरफाल्गुनी है ?
  1. प्रथम 
  2. द्वितीय 
  3. तृतीय 
  4. अंतिम 
प्रश्न 22 -"यह बाढ़ -वन्या का काल है। नदी अपनी दिशा भूलकर ,कुल छोड़कर उन्मुक्त हो गई है ,अतः बुद्धिजीवी वर्ग से धीरता और संयम अपेक्षित है। घबराकर वन्या की पथभ्रष्ट धार के प्रति आत्मसमर्पण करने की अपेक्षा जल के उत्तरण,वन्या के उतार की प्रतीक्षा करना उचित है।"
किस निबंध की पंक्ति है ?
  1. नाख़ून क्यों पढ़ते है
  2. उठ जग मुसाफिर 
  3. उत्तरफाल्गुनी के आस पास 
  4. संस्कृति और सौंदर्य 
प्रश्न 23 -"वह सौंदर्य सृजन की क्षमता के कारण ही मनुष्य है। इस सृजन व्यापार का अर्थ है बंधनों से विद्रोह है -मानव -मुक्ति का प्रयास है।" 
किस निबंध की पंक्ति है ?
  1. नाख़ून क्यों पढ़ते है
  2. उठ जग मुसाफिर 
  3. उत्तरफाल्गुनी के आस पास 
  4. संस्कृति और सौंदर्य 
प्रश्न 24 -किस निबंध में रामधारी सिंह दिनकर की  पुस्तक 'शुद्ध कविता की खोज'का जिक्र है ?
  1. नाख़ून क्यों पढ़ते है
  2. उठ जग मुसाफिर 
  3. उत्तरफाल्गुनी के आस पास 
  4. संस्कृति और सौंदर्य 
प्रश्न 25-निम्नलिखित निबंधकारों में सबसे बड़े कौन है ?
  1. बालमुकुंद गुप्त 
  2. भारतेन्दु 
  3. बालकृष्ण भट्ट 
  4. सरदार पूर्ण सिंह 

उत्तरमाला 

  1. a
  2. c
  3. d
  4. c
  5. a
  6. a
  7. c
  8. a
  9. a
  10. d
  11. a
  12. c
  13. b
  14. d
  15. b
  16. b
  17. b
  18. c
  19. b
  20. a
  21. d
  22. c
  23. d
  24. d
  25. c

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प्रमुख स्त्री आत्मकथाएँ

प्रमुख स्त्री आत्मकथाएँ 

  • मेरी जीवन यात्रा -जानकी देवी बजाज 
  • दस्तक जिंदगी की-प्रथम भाग -प्रतिभा अग्रवाल 
  • मोड़ जिंदगी का -दूसरा भाग -प्रतिभा अग्रवाल 
  • जो कहा नहीं गया -कुसुम अंचल 
  • लगता नहीं है दिल मेरा -सत्यानंद अग्निहोत्री 
  • बूँद बावड़ी -पद्मा सचदेव 
  • कुछ कही कुछ अनकही -शीला  झुनझुनवाला  
  • कस्तूरी कुण्डल बसै -प्रथम भाग -मैत्रेयी पुष्पा 
  • गुड़िया भीतर गुड़िया -दूसरा भाग -मैत्रेयी पुष्पा 
  • हादसे -रमणिका  गुप्ता 
  • कली यह भी -मन्नू भण्डारी 
  • एक कहानी यह भी -मन्नू भण्डारी 
  • अन्या से अनन्या -प्रभा खेतान 
  • पिंजरे की मैना -चंद्र किरण सौनरेक्सा 
  • सतरें और सतरें -अनीता राकेश 
  • कितनी शहरों में कितनी बार -ममता कालिया 
  • हासिये की इबारतें -चंद्रकांता 

प्रमुख पुरुष आत्मकथाए

प्रमुख  पुरुष आत्मकथाए

  • मेरी आत्मकहानी -श्यामसुन्दरदास 
  • मेरी जीवन यात्रा -राहुल सांकृत्यायन 
  • आत्मकथा -राजेंद्र प्रसाद 
  • मेरा जीवन प्रवाह -वियोगी हरी 
  • कल्याण मार्ग का पथिक -स्वामी श्रद्धानन्द 
  • सिंहावलोकन -यशपाल 
  • चाँद सूरज के वीरन -देवेंद्र सत्यार्थी 
  • निल यक्षणी -देवेंद्र सत्यार्थी -आत्मकथा भाग 2 
  • आत्मनिरीक्षण -सेठ गोविंददास 
  • अपनी खबर -पांडेय बेचन शर्मा उग्र 
  • क्या भूलू क्या याद करूँ -हरिवंशराय बच्चन 
  • नीड़ का निर्माण फिर -हरिवंश राय बच्चन 
  • बसेरे से दूर -हरिवंशराय बच्चन 
  • दश द्वार से सोपान तक -हरिवंशराय बच्चन 
  • मेरी फ़िल्मी आत्मकथा -बलराज साहनी 
  • घर की बात -रामविलास शर्मा 
  • जहाँ मैं खड़ा हूँ -प्रथम भाग -रामदरश मिश्र 
  • रौशनी की पगडंडिया -दूसरा भाग -रामदरश मिश्र 
  • टूटते बनते दिन -तीसरा भाग -रामदरश मिश्र 
  • उत्तर पथ -चौथा भाग -रामदरश मिश्र 
  • फुरसत के दिन -पांचवा भाग -रामदरश मिश्र 
  • आत्मपरिचय -फणीश्वरनाथ रेणु 
  • टुकड़े -टुकड़े दास्तान -अमृतलाल नागर 
  • अर्ध कथा -डॉ  नगेन्द्र 
  • ग़ालिब छूटी शराब -रविंद्र कालिया 
  • जो मैंने जिया -प्रथम भाग -कमलेश्वर 
  • यादो का चिराग -दूसरा भाग -कमलेश्वर 
  • जलती हुई नदी -तीसरा भाग -कमलेश्वर 
  • कही न जाय का कहिए -भगवतीचरण  वर्मा 
  • मुड़ -मुड़ कर देखता हूँ -राजेंद्र यादव 
  • आज के अतीत -भीष्म साहनी 
  • पावभर जीरे में ब्रह्मभोज -अशोक वाजपेयी 
  • मैंने मांडू नहीं देखा -स्वदेश दीपक 

अंधेर नगरी

अंधेर नगरी 

भारतेन्दु हरिश्चंद्र 1850 -1885 

अंधेर नगरी नाटक में छः  दृश्य है। 

  1. प्रथम दृश्य -बाह्य प्रान्त 
  2. दूसरा दृश्य -बाजार 
  3. तीसरा दृश्य -जंगल 
  4. चौथा दृश्य  -राजसभा 
  5. पांचवा दृश्य -अरण्य 
  6. छठा दृश्य -श्मशान 

हिंदी साहित्य में किन्नर विमर्श -एक पूर्वपीठिका  साहित्य किसी भी स्थिति की तहों में जाकर समाज का सरोकार उन विमर्शो और मुद्दों से करता है जिस...