अँधा युग - धर्मवीर भारती

अँधा युग - धर्मवीर भारती 

धर्मवीर भारती का जन्म -1926 

अँधा युग -1954  

कहानी संग्रह -
  1. मुर्दो का गाँव -1946
  2. चाँद और टूटे हुए लोग -1955 
  3. बंद गली का आखिरी मकान -1969 

निबंध 

  1. ठेले पर   हिमालय -1958
  2. पश्यन्ति-1969 
  3. कहानी -अनकहनी -1970
  4. मुक्तक्षेत्रे :युद्धक्षेत्र-1971 

मुक्तक कविता 

  1. ठंडा लोहा -1952
  2. सात गीत वर्ष-1959 

प्रबंध काव्य 

खण्ड काव्य 

  1. कनुप्रिया -1969 

आलोचना 

  1. प्रगतिवाद एक समीक्षा -1949
  2. मानव मूल्य और साहित्य -1960

एकांकी संकलन 

  1. नदी प्यासी थी -1954

उपन्यास 

  1. गुनाहों का देवता -1949 
  2. सूरज का सातवा घोड़ा -1952

शोध 

  1. सिद्ध साहित्य -1955

अनुवाद 

  1. आस्कर वाइल्ड की कहानियाँ 1956
  2. देशांतर - समकालीन विदेशी कविता का संग्रह -1980

सहयोगी लेखन 

  1. ग्यारह सपनो का देश -1960

धर्मवीर भारती के जीवन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी 

  1. एम. ए  में आने पर इन्होंने श्री पद्मकांत मालवीय के पत्र अभुदय में अंश कालीन आधार पर कार्य किया। 
  2. 1948 में वे  इलाचंद्र जोशी के पत्र संगम में सह -संपादक नियुक्त हुए। इस रूप में दो वर्ष कार्य करते रहे। 
  3. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 1960 ई. तक हिंदी विभाग में प्राध्यापक के रूप में नियुक्त रहे। 
  4. 1960 ई. में इन्होंने अध्यापन कार्य छोड़कर धर्मयुग पत्रिका का प्रधान संपादक का दायित्व स्वीकार किया। 
  5. 1961ई. में ये कॉमन -वैल्थ के आमंत्रण पर इंग्लैण्ड तथा यूरोप के अन्य देशो की यात्रा पर गए। 
  6. 1972 ई. में इन्हें इनकी विशिष्ट साहित्यक उपलब्धियों के लिए भारतीय सरकार  द्वारा पद्म श्री उपाधि से सम्मानित किया गया किया गया। 

अँधा युग 

  1. इस दृश्य काव्य में जिन समस्याओं को उठाया गया है , उसके सफल निर्वाह के लिए महाभारत के उत्तरार्द्ध की घटनाओं का आश्रय ग्रहण किया गया है। अधिकतर कथावस्तु प्रख्यात है , केवल  तत्व उत्पाद्य है -कुछ स्वकल्पित पात्र कुछ स्वकल्पित घटनाएँ।  प्राचीन पद्धति भी  देती है।                                                                                                                                               अंधायुग -निर्देश 

स्थापना 

स्थापना में पुरानी कथा की नयी व्याख्या के प्रति सामान्य जिज्ञासा उत्त्पन्न होती है। 

कौरव नगरी 

पहला अंक - पहले अंक में उद्घाटन से पूर्व -कथा का ज्ञान होता हैऔर संजय द्वारा लाय  जाने वाले युद्ध समाचार के प्रति हल्की सी उत्सुकता जागती है। 

पशु  उदय 

दूसरा अंक - दूसरे अंक में अश्वत्थामा का एकालाप रोचक है क्योंकि वह अश्वत्थामा के चरित्र और उसके भावी संघर्ष को निश्चित करने वाली आंतरिक प्रेरणा अथवा कुंठा की नाटकीयता जानकारी देता है।  वृद्ध की हत्या में कार्य व्यापार तीव्रता ग्रहण करता है। 

अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य 

तीसरा अंक - तीसरे अंक में दैत्याकार योद्धा के मायावी रूप , युयुत्सु -गांधारी प्रसंग की विडंबना , गूंगे सैनिक के करुण -त्रासद प्रसंग , दुर्योधन -भीम के द्वन्द युद्ध के परिणाम के प्रति दर्शक पाठक का कुतूहल निरंतर बढ़ता रहता है जो अश्वत्थामा द्वारा अर्द्धसत्य की प्राप्ति तथा उसकी प्रतिशोध -प्रतिज्ञा के साथ  अपने चरम पर पहुँच जाता है। 

पंख , पहिये और पट्टियां 

अंतराल - अंतराल में प्रेतलोक के से वातावरण और वृद्ध याचक के संवाद में विचित्रता के कारन रूचि पैदा होती है ,किन्तु युयुत्सु , विदुर तथा संजय की सपाट व्याख्याओं से वह तत्काल ही समाप्त भी हो जाती है। 

गांधारी का शाप 

चौथा अंक - चौथे अंक के आरम्भ में गांधारी के पाषाणी रूप से दर्शक प्रभावित होता है किन्तु संजय विदुर के संवादों द्वारा अश्वत्थामा के प्रतिशोध के जीवंत वर्णन भी दृश्य के आभाव के कारण  दर्शक को पूरी तरह बाँधे रखने में सफल नहीं हो पाते।  संजय की माता में दृश्य की जिज्ञासा है जबकि तरपान यात्रा में कोई रोचकता नहीं है। परन्तु तत्काल अश्वत्थामा और अर्जुन के ब्रह्मस्त्र युद्ध से क्रिया व्यापार तीव्र हो उठता है। दुर्योधन के कंकाल तथा अश्वत्थामा के प्रति कृष्ण के अन्याय के विरुद्ध गांधारी के शाप पर नाटक का कार्य -व्यापार अपनी सीमा पर स्पर्श कर लेता है। 

विजय एक क्रमिक आत्महत्या 

पाँचवा अंक -पांचवे अंक में युधिष्ठिर की चिंता , तत्कालीन राजनितिक स्थिति का वर्णन , युयुत्सु का आत्मघात , धृतराष्ट तथा गांधारी का आत्मदाह  लगभग विवरणात्मक ही है। 

 प्रभु की मृत्यु 

 

 

हिंदी कविता छायावाद के बाद

हिंदी कविता छायावाद के बाद 

DEVKANT SINGH
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DELHI UNIVERSITY      

प्रश्न 1 -निम्न को क्रम से लगाइये ?
  1. तुमने कहा था ,  पुरानी जूतियों का कोरस ,युगधारा ,तालाब की मछलियाँ 
  2. युगधारा ,  तालाब की  मछलियाँ,  तुमने कहा था , पुरानी जूतियों का कोरस 
  3.  तालाब की मछलियाँ , पुरानी  जूतियों का कोरस , तुमने कहा था , युग धारा 
  4. पुरानी  जूतियों का कोरस , तालाब की मछलियाँ , युगधारा , तुमने कहा था 
प्रश्न 2 --निम्न को क्रम से लगाइये ?
  1. गीत फरोश , बुनी हुई रस्सी ,त्रिकाल संध्या , कालजयी 
  2. गीत फरोश , त्रिकाल संध्या , बुन्नी हुई रस्सी , कालजयी 
  3. त्रिकाल संध्या , गीत फरोश , कालजयी , बुन्नी हुई रस्सी 
  4. बुन्नी हुई रस्सी , गीत फरोश , त्रिकाल संध्या , कालजयी 
प्रश्न 3 -निम्न को क्रम से लगाइये ?
  1. अँधा युग  , ठंडा लोहा , सात गीत वर्ष , देशान्तर 
  2. सात गीत वर्ष , अँधा युग , ठंडा लोहा , देशान्तर 
  3. देशान्तर , सात गीत वर्ष , ठंडा लोहा , अँधा युग 
  4. ठंडा लोहा , अँधा युग , सात गीत वर्ष , देशान्तर 
प्रश्न 4 -निम्न को क्रम से लगाइये ?
  1. चक्रव्यूह , परिवेश ;हम तुम , आत्मजयी , वाजश्रवा के बहाने 
  2. आत्मजयी , चक्रव्यूह , वाजश्रवा के बहाने , परिवेश ; हम तुम 
  3. आत्मजयी , परिवेश ; हम तुम , वाजश्रवा के बहाने , , चक्रव्यूह 
  4. वाजश्रवा के बहाने , आत्मजयी , परिवेश 'हम तुम , चक्रव्यूह 
प्रश्न 5 -निम्न को क्रम से लगाइये ?
  1. हरी घास पर क्षण भर ,आँगन  के पर द्वार , कितनी नावों में कितनी बार , सागर मुद्रा 
  2. आँगन के पार द्वार , हरी घास पर क्षण भर , कितनी नावों में कितनी बार , सागर मुद्रा 
  3. सागर मुद्रा , हरी घास पर क्षण भर , आँगन के पार द्वार , कितनी नावों में कितनी बार 
  4. सागर मुद्रा , आँगन के पार द्वार , हरी घास पर क्षण भर , कितनी नावों में कितनी बार 
प्रश्न 6 - नयी कविता की विशेषता है _
  1. अनुभूति की प्रमाणिकता 
  2. देश प्रेम 
  3. बुद्धिमूलक  यथार्थवादी  दृष्टि 
  4. इतिवृत्तात्मकता  
कूट 
  1. -  1,2,4
  2. -  1,,3
  3. -   1,2
  4. -   2,3,4
प्रश्न 7 - "यह कविता देश के आधुनिक जन इतिहास का स्वतंत्रता पूर्व और  पाश्चात्य एक दहकता इस्पाती                         दस्तावेज है।  इसमें अजब और अद्भुत रूप से व्यक्ति और जन का एकीकरण है।" अँधेरे में कविता
               के बारे में यह किस आलोचक का कथन है ?
  1. नामवर सिंह 
  2. रामविलाश शर्मा 
  3. मुक्तिबोध 
  4.  शमशेर बहादुर सिंह 
प्रश्न 8 -'अँधेरे में'  किस प्रकार का पद्य है ?
  1. खंड काव्य 
  2. महाकाव्य 
  3. लम्बी कविता 
  4. मुक्तक 
प्रश्न 9 -'अँधेरे में' कविता को "आत्म संशोधन का अनुसन्धान" किसने कहा है ?
  1. रामस्वरूप चतुर्वेदी 
  2. इन्द्रनाथ मदान
  3. प्रभाकर माचवे 
  4. रामचंद्र शुक्ल 
प्रश्न 10 - "शमशेर मूड्स के कवि है किसी विज़न के नहीं।" शमशेर  के बारे में किस आलोचक का कथन है ?
  1. अज्ञेय 
  2. मुक्तिबोध 
  3. मलयज 
  4. विष्णु खरे 
प्रश्न 11 -"शमशेर का गद्य हिंदी का जातीय गद्य है।" शमशेर के बारे में किस आलोचक का कथन है ?
  1. रामविलास शर्मा 
  2. रामचंद्र तिवारी 
  3. रामचंद्र शुक्ल 
  4. रामस्वरूप चतुर्वेदी 
प्रश्न 12 -'समय देवता' किसकी रचना है ?
  1. माखनलाल चतुर्वेदी 
  2. नरेश मेहता 
  3. केदारनाथ सिंह 
  4. केदारनाथ अग्रवाल 
प्रश्न 13 -'अकाल में सारस' किसकी रचना है ?
  1. माखनलाल चतुर्वेदी 
  2. नरेश मेहता 
  3. केदारनाथ सिंह 
  4. केदारनाथ अग्रवाल 
प्रश्न 14 -"मैं पूरी ताकत के साथ
            शब्दों को फेकना चाहता हूँ।"
           किस कवि  की पंक्ति है ?
  1. माखनलाल चतुर्वेदी 
  2. नरेश मेहता 
  3. केदारनाथ सिंह 
  4. केदारनाथ अग्रवाल 
प्रश्न 15 -"कविता यो ही बन जाती है ,बिना बनाए 
            क्योंकि ह्रदय में , तड़प रही है याद  तुम्हारी।"
              किस कवि  की पंक्ति है ?
  1. माखनलाल चतुर्वेदी 
  2. नरेश मेहता 
  3. केदारनाथ सिंह 
  4. केदारनाथ अग्रवाल 
प्रश्न 16 -'अपनी केवल धार'  कविता किस रचनाकार की है ?
  1. उदय प्रकाश 
  2. अरुण कमल 
  3. मंगलेश डबराल 
  4. ज्ञानेन्द्रपति 
प्रश्न 17 -'पहाड़ पर लालटेन' कविता किस रचनाकार की है ?
  1. उदय प्रकाश 
  2. अरुण कमल 
  3. मंगलेश डबराल 
  4. ज्ञानेन्द्रपति 
प्रश्न 18 -'संशयात्मा' कविता किस कवि की है ?
  1. उदय प्रकाश 
  2. अरुण कमल 
  3. मंगलेश डबराल 
  4. ज्ञानेन्द्रपति 
प्रश्न 19 - "गजल एक लिरिक विधा है जिसकी कुछ अपनी शर्ते है। अपना प्रतीकवाद और जीवंत परम्परा है।"
            किसका कथन है ?
  1. शमशेर बहादुर सिंह 
  2. दुष्यंत कुमार 
  3. फ़िराक गोरखपुरी 
  4. ग़ालिब 
प्रश्न 20 -'सुपर्णखा' किस रचनाकार की  रचना है ?
  1. सूरजपाल चौहान 
  2. सुशीला टाकभौरे 
  3. गोपाल प्रसाद 
  4. ओम  प्रकाश बाल्मीकि 
प्रश्न 21 -'सदियों का संताप' किस कवि की रचना है ?
  1. सूरजपाल चौहान 
  2. सुशीला टाकभौरे 
  3. गोपाल प्रसाद 
  4. ओम  प्रकाश बाल्मीकि 
प्रश्न 22 - कौन सी रचना सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की है ?

  1. बाँस का पुल  
  2.  जमीन पक रही है 
  3. कमल के फूल  
  4. काठ की घंटियाँ 

कूट 
    1. -  1,2,4
    2. -  1,,3
    3. -   1 ,4 
    4. -   2,3,4
प्रश्न 23 - 'धूप के धान' किसकी कविता है ?

  1. रघुवीर सहाय 
  2. गिरजाकुमार माथुर 
  3. भारतभूषण अग्रवाल 
  4. हरिनारायण व्यास 
प्रश्न 24 - 'लोग भूल गए है' किसकी कविता है ?

  1. रघुवीर सहाय 
  2. गिरजाकुमार माथुर 
  3. भारतभूषण अग्रवाल 
  4. हरिनारायण व्यास 
प्रश्न 25 -'मृग और तृष्णा' किसकी कविता है ?
  1. रघुवीर सहाय 
  2. गिरजाकुमार माथुर 
  3. भारतभूषण अग्रवाल 
  4. हरिनारायण व्यास 
प्रश्न 26 - 'उतना वह सूरज' है किसकी कविता है ?
  1. रघुवीर सहाय 
  2. गिरजाकुमार माथुर 
  3. भारतभूषण अग्रवाल 
  4. हरिनारायण व्यास 
प्रश्न 27 - नयी कविता पत्रिका का प्रकाशन किसने किया है ?
  1. जगदीश गुप्त 
  2. मुक्तिबोध 
  3. शमशेर 
  4. नलिनविलोचन शर्मा 
प्रश्न 28 -"प्रयोगवाद शैलीगत विद्रोह है।" किस आलोचक का कथन है ?
  1. डॉ. नगेन्द्र 
  2. केशरी कुमार 
  3. रघुवीर सहाय 
  4. डॉ. रामस्वरूप चतुर्वेदी 
प्रश्न 29 -सुमन राजे किस सप्तक की कवियित्री है ?
  1. पहला सप्तक 
  2. दूसरा सप्तक 
  3. तीसरा सप्तक 
  4. चौथा सप्तक 
प्रश्न 30 -"समाज के हित में जैसी क्रांति का सतत प्रक्रिया काम्य है , वैसे ही रचना के हित में प्रयोग की।" प्रयोगवाद के सम्बन्ध में  किस आलोचक का कथन है ?
  1. डॉ. नगेन्द्र 
  2. केशरी कुमार 
  3. रघुवीर सहाय 
  4. डॉ. रामस्वरूप चतुर्वेदी 
प्रश्न 31  - 'सुनो कारीगर'  कविता किस रचनाकार की है ?
  1. उदय प्रकाश 
  2. अरुण कमल 
  3. मंगलेश डबराल 
  4. ज्ञानेन्द्रपति 

उत्तरमाला 

  1. 2
  2. 1
  3. 4
  4. 1
  5. 1
  6. 2
  7. 4
  8. 3
  9. 2
  10. 3
  11. 2
  12. 2
  13. 3
  14. 3
  15. 4
  16. 2
  17. 3
  18. 4
  19. 1
  20. 3
  21. 4
  22. 3
  23. 2
  24. 1
  25. 4
  26. 3
  27. 1
  28. 1
  29. 4
  30. 4
  31. 1

अंजो दीदी anjo didi

मनुष्य हूँ - नागार्जुन (कविता )

मनुष्य हूँ - नागार्जुन  (कविता )

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                             नहीं कभी क्या मैं थकता हूँ ?
                             अहोरात्र क्या नील गगन में उड़ सकता हूँ ?
                               मेरे चित्तकबरे पंखो की भास्वर छाया 
                                क्या न कभी स्तम्भित होती है 
                                 हरे धान की स्निग्ध छटा पर ?
                               -उड़द मूँग की निविड़ जटा पर ?
                                 आखिर मैं तो मनुष्य हूँ-----


                        उरूरहित  सारथि है जिसका 
                            एक मात्र पहिया है जिसमें 
                                सात सात घोड़ो का वह रथ नहीं चाहिए 
                            मुझको नियत दिशा का वह पथ नहीं चाहिए 
                             पृथ्वी ही मेरी माता है 
                           इसे देखकर हरित भारत , मन कैसा प्रमुदित हो जाता है ?
                              सब है इस पर ,
                              जीव -जंतु नाना प्रकार के 
                            तृण -तरु लता गुल्म भी बहुविधि 
                               चंद्र सूर्य हैं 
                               ग्रहगण भी हैं 
                                 शत -सहस्र संख्या में बिखरे तारे भी हैं 
                                  सब है इस पर ,
                                      कालकूट भी यही पड़ा है 
                                 अमृतकलश भी यहीं रखा पड़ा है 
                                नीली ग्रीवावाले उस मृत्यंजय का भी बाप यहीं हैं 
                                  अमृत -प्राप्ति के हेतु देवगण  
                                   नहीं दुबारा 
                                  अब ठग सकते 
                                   दानव कुल को 




कविता का मूल विषय 

       मनुष्य हूँ कविता  की मूल विषय एक कवि द्वारा  समाज की स्थितियों का चित्रण है।  इस कविता में कवि ने सर्वप्रथम अपने को मानव रूप में प्रस्तुत किया है। मानव होने के कारन उसकी कल्पना भी कुंठित होती है। वह सर्जनात्मक से भी चुकता है। कवि होने के कारन शेष सृष्टि के साथ वह आत्मीय सम्बन्ध का भी अनुभव करता है। वह जीवन के दुःख  प्रक्रिया के रूप में ग्रहण किया है। कवि भी मनुष्य होता है। इसलिए वो भी भौतिक इच्छाओ की चाह करता है। जैसे अन्य मनुष्य मनुष्य। वह अपने भौतिक जरूरतों के लिए संघर्षरत है और संघर्ष से कविता को रूपाकार करता है। वह लोकिकता के माध्यम से वह लोकोत्तर को पाने का प्रयास करता है।

देवकांत सिंह -मोबाईल न-9555935125 

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छायावाद

छायावाद  

DEVKANT SINGH
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DELHI UNIVERSITY      


प्रश्न 1 -  'छायावाद का पतन' किस रचनाकार की कृति है ?
  1. नंददुलारे वाजपई 
  2. अशोक वाजपई 
  3. रामविलास शर्मा 
  4. देवराज 
प्रश्न 2 -छायावाद व्यक्तिवाद  की कविता है जिसका आरम्भ व्यक्ति के महत्व को स्वीकार करने और करवाने से हुआ है ?
  1. रामविलास शर्मा 
  2. नामवर सिंह 
  3. शिवकुमार मिश्र 
  4. नगेन्द्र 
प्रश्न 3 -कामायनी को 'छायावाद का उपनिषद' किसने कहा ?
  1. शांतिप्रिय द्विवेदी 
  2. इलाचंद्र जोशी 
  3. रामस्वरूप चतुर्वेदी 
  4. रामचंद्र शुक्ल 
प्रश्न 4 -पंत की कौन सी रचनाएँ मार्क्सवादी दर्शन से  प्रभावित है ?
  1. पल्लव और गुंजन 
  2. ग्रंथि और पल्लव 
  3. युगवाणी और ग्राम्या 
  4. वीणा और गुंजन 
प्रश्न 5 -'लोकायतन' रचना  किसके जीवन पर आधारित है ?
  1. गौतम बुद्ध 
  2. राम 
  3.  महात्मा गाँधी 
  4. रवीन्द्रनाथ टेगौर 
प्रश्न 6 -  "इस करुणा कलित हृदय में
              अब विकल रागिनी बजती 
             क्यों हाहाकार स्वरों में 
                वेदना असीम गरजती ?"
ये  किस कवि की पंक्तिया है 
  1. निराला 
  2. महादेवी वर्मा 
  3. जयशंकर प्रसाद 
  4. सुमित्रानंदन पंत 
प्रश्न 7 -" मनुष्यों की मुक्ति की तरह कविता की भी मुक्ति होनी चाहिए।"  निराला के किस कविता संग्रह की भूमिका से लिया गया  है ?
  1. अनामिका 
  2. परिमल 
  3. गीतिका 
  4. आराधना  
प्रश्न 8 -   "जब वेदना के आधार पर स्वानुभूतिमयी अभिव्यक्ति होने लगी तब  में उसे छायावाद नाम से अभिहित किया गया।"  यह कथन किसका है ?
  1. डॉ नगेन्द्र 
  2. रामचंद्र शुक्ल 
  3. महादेवी वर्मा 
  4. जयशंकर प्रसाद 
प्रश्न 9 - 'निहार' की भूमिका किस कवि ने लिखी है ?
  1. मैथिलीशरण गुप्त 
  2. हरिऔध 
  3. निराला 
  4. जयशंकर प्रसाद 
प्रश्न 10 -प्रसाद का कौन -सा काव्य शैवदर्शन के आनंदवाद पर आधारित है ?
  1. चित्राधार 
  2. लहर 
  3. आँसू 
  4. कामायनी 
प्रश्न 11 -'कला और बूढ़ा चाँद' पंत जी की किस विधा की रचना है ?
  1. कविता 
  2. निबंध 
  3. उपन्यास 
  4. आलोचना 
प्रश्न 12 - 'राम की शक्तिपूजा' निराला के किस कविता संग्रह में संकलित है ?
  1. अनामिका 
  2. परिमल 
  3. गीतिका 
  4. आराधना  
प्रश्न 13 -'कामायनी' में सर्गों  का क्रम है ?
  1. चिंता , श्रद्धा ,काम ,आशा 
  2. चिंता ,आशा ,काम ,श्रद्धा 
  3. चिंता ,काम ,श्रद्धा ,आशा 
  4. चिंता ,आशा ,श्रद्धा ,काम 
प्रश्न 14 -"जल उठा स्नेह दीपक -सा ,
              नवनीत ह्रदय था मेरा। 
              अब शेष धूम रेखा से ,
                चित्रित रहा अँधेरा"। 
किस कवि की  पंक्ति है 
  1. मैथिलीशरण गुप्त 
  2. हरिऔध 
  3. निराला 
  4. जयशंकर प्रसाद 
प्रश्न 15 -"छायावाद स्थूल  के प्रति सूक्ष्म का विद्रोह नहीं रहा।" किस आलोचक का कथन है ? 
  1. नंददुलारे वाजपई 
  2. अशोक वाजपई 
  3. रामविलास शर्मा 
  4. देवराज 
 प्रश्न 16 - निम्नलिखित को सही क्रम से लगाइए ?
  1. महादेवी वर्मा ,  जयशंकर प्रसाद, निराला , पंत 
  2. पंत , निराला , जयशंकर प्रसाद ,महादेवी वर्मा 
  3. जयशंकर प्रसाद , निराला ,पंत , महादेवी वर्मा 
  4. महादेवी वर्मा ,निराला , जयशंकर प्रसाद , पंत 
प्रश्न 17 - निम्नलिखित को सही क्रम से लगाइए ?
  1. रश्मि , निहार , नीरजा , दीपशिखा 
  2. नीरजा , दीपशिखा , निहार , रश्मि 
  3. दीपशिखा , नीरजा ,निहार ,रश्मि 
  4. निहार , रश्मि , नीरजा , दीपशिखा 
प्रश्न 18 - निम्नलिखित को सही क्रम से लगाइए ?
  1. ग्रंथि ,वीणा ,पल्लव ,गुंजन 
  2. वीणा , ग्रंथि , पल्लव , गुंजन 
  3. गुंजन , ग्रंथि ,वीणा , पल्लव 
  4. पल्लव , गुंजन ,वीणा ,ग्रंथि 
प्रश्न 19 - निम्नलिखित को सही क्रम से लगाइए ?
  1. कुकुरमुत्ता ,अणिमा , नए पत्ते ,अर्चना 
  2. अणिमा ,अर्चना , नए पत्ते , कुकुरमुत्ता 
  3. नए पत्ते , अणिमा , अर्चना , कुकरमुत्ता 
  4. अर्चना ,अणिमा ,नए पत्ते , कुकरमुत्ते 
प्रश्न 20 - निम्नलिखित को सही क्रम से लगाइए ?
  1. प्रेमराज्य ,  महाराणा का महत्त्व ,लहर , चित्रधारा 
  2. महाराणा का महत्व , प्रेमराज्य , चित्रधारा ,लहर 
  3. चित्रधारा , महाराणा का महत्त्व , प्रेमराज्य , लहर 
  4. प्रेमराज्य , महाराणा का महत्त्व , चित्रधारा ,लहर 
प्रश्न 21 -"छायावाद उस राष्ट्रीय जागरण की अभिव्यक्ति है ,जो एक और पुरानी रूढ़ियों से मुक्ति चाहता था और दूसरी और विदेशी पराधीनता से।" किस आलोचक का कथन है ?
  1. रामविलास शर्मा 
  2. नामवर सिंह 
  3. शिवकुमार मिश्र 
  4. नगेन्द्र 
प्रश्न 22 -छायावाद की प्रथम प्रयोगशाला किस रचना को कहा जाता है ?
  1. जूही की काली 
  2. झरना 
  3. चित्राधार 
  4. निहार 
प्रश्न 23 -'राम की शक्ति पूजा' में किस रामायण की कथा वस्तु को लिया गया है ?
  1. कम्ब रामायण 
  2. अध्यात्म रामायण 
  3. कृतवास रामायण 
  4. रामचरितमानस 
प्रश्न 24 -'संवेदनशील इन्द्रिय बोध' का कवि किसे कहते है ?
  1. जयशंकर प्रसाद 
  2. निराला 
  3. महादेवी वर्मा 
  4. सुमित्रानंदन पंत 
प्रश्न 25 -"वे मुस्कुराते फूल नहीं जिनको आता है मुरझाना। 
              वे तारों के दीप नहीं जिनको भाता है बुझ जाना।"
           किस कवि की  पंक्ति है 
  1. जयशंकर प्रसाद 
  2. निराला 
  3. महादेवी वर्मा 
  4. सुमित्रानंदन पंत 
प्रश्न 26 -"कविता करने की प्रेरणा मुझे सबसे पहले प्रकृति निरक्षण से मिली ,जिसका श्रेय मेरी जन्मभूमि कुमान्चल प्रदेश को है।" यह कथन किस कवि का है ?
  1. जयशंकर प्रसाद 
  2. निराला 
  3. महादेवी वर्मा 
  4. सुमित्रानंदन पंत 
प्रश्न 27 - स्थापना A -छायावादी कवी मूलतः प्रेम और सौंदर्य के कवि है ,किन्तु उनकी सौंदर्य भावना सूक्ष्म एवं उदात्त है।  उसमे रीतिकाल की स्थूलता एवं मांसलता का नितांत आभाव है। 
                तर्क R  - सौंदर्य चित्रण में छायावादी कवियों की वृति बाह्य वर्णनों में उतनी नहीं रमी ,जितनी आंतरिक सौंदर्य के उद्घाटन रमी। सौंदर्य की अभिव्यक्ति वे सांकेतिक शैली में प्रतीकों के माध्यम से करते है। 

  1. A  और   R दोनों सही 
  2. A आंशिक सही  Rपूरा सही 
  3. Aगलत    R आंशिक सही 
  4. A और   Rदोनों गलत
प्रश्न 28 -इसमें कौन -सी रचना अरविन्द दर्शन से प्रभावित है ?
  1. रजत शिखर 
  2. स्वर्ण किरण 
  3. युगांत 
  4. युगवाणी 
प्रश्न 29 - स्थापनाA -छायावाद रीतिकाव्य की भांति शुद्ध मांसल प्रेम काव्य है।
              तर्कR    -क्योंकि छायावाद कविता में व्यक्तिनिष्ठ भावना की अभिव्यक्ति हुई है।
  1. Aगलत  Rगलत 
  2. Aगलत  Rसही 
  3. Aसही  Rगलत 
  4. A सही Rसही 
प्रश्न 30 -स्थापना A -छायावाद शुद्ध लौकिक प्रेम और सौंदर्य का काव्य है। 
                तर्कR -इसलिए उसमे राष्ट्रबोध और आध्यात्मिक चेतना न के बराबर है। 
  1. Aगलत  Rगलत 
  2. Aगलत  Rसही 
  3. Aसही  Rगलत 
  4. A सही Rसही 

उत्तरमाला 

  1. 4
  2. 2
  3. 1
  4. 3
  5. 3
  6. 3
  7. 2
  8. 4
  9. 2
  10. 4
  11. 1
  12. 1
  13. 4
  14. 4
  15. 3
  16. 3
  17. 4
  18. 1
  19. 1
  20. 4
  21. 2
  22. 2
  23. 3
  24. 4
  25. 3
  26. 4
  27. 1
  28. 2
  29. 1
  30. 4

द्विवेदी युग

द्विवेदी युग 

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प्रश्न 1 -निम्नलिखित को क्रम से लगाइये 
  1. हरिऔध , रामचरित उपाध्याय ,गयाप्रसाद शुक्ल सनेही ,जयशंकर प्रसाद 
  2. रामचरित उपाध्याय ,गयाप्रसाद शुक्ल सनेही ,जयशंकर प्रसाद ,हरिऔध 
  3. रामचरित उपाध्याय ,हरिऔध , गयाप्रसाद शुक्ल सनेही ,जयशंकर प्रसाद 
  4. रामचरित उपाध्याय ,जयशंकर प्रसाद ,हरिऔध , गयाप्रसाद शुक्ल सनेही 
प्रश्न 2 --निम्नलिखित को क्रम से लगाइये 
  1. वैदेही वनवास , पद्य प्रसून ,प्रियप्रवास , चुभते चौपदे 
  2. चुभते चौपदे , पद्य प्रसून ,प्रियप्रवास ,वैदेही वनवास 
  3. प्रियप्रवास , पद्य प्रसून ,चुभते चौपदे ,वैदेही वनवास 
  4. पद्य प्रसून ,प्रियप्रवास ,वैदेही वनवास , चुभते चौपदे 
प्रश्न 3 --निम्नलिखित को क्रम से लगाइये
  1. भारत भारती ,पंचवटी ,झंकार ,साकेत 
  2. पंचवटी ,झंकार , साकेत ,भारत भारती 
  3. झंकार ,पंचवटी , साकेत , भारत भारती 
  4. साकेत , पंचवटी , भारत भारती , झंकार 
प्रश्न 4 -"देखो हमारा विश्व में कोई नहीं उपमान था 
          नर देव थे हम और भारत देवलोक सामान था।"
             इस पंक्ति के रचनाकार कौन है ?
  1. गयाप्रसाद शुक्ल सनेही 
  2. मैथिलीशरण गुप्त 
  3. माखनलाल चतुर्वेदी 
  4. रामनरेश त्रिपाठी 
 प्रश्न 5 -'कृषक- कुंदन' के रचनाकार है ?
  1. गयाप्रसाद शुक्ल सनेही 
  2. मैथिलीशरण गुप्त 
  3. माखनलाल चतुर्वेदी 
  4. रामनरेश त्रिपाठी 
प्रश्न 6 -"भारतीय संस्कृति के प्रवक्ता होने के साथ -साथ मैथिलीशरण प्रसिद्ध राष्टीय कवी भी है। उनकी प्रायः सभी रचनाएँ  राष्ट्रीयता से ओत -प्रोत है।"  यह कथन किसका है ?
  1. रामविलास शर्मा 
  2. आचार्य रामचंद्र शुक्ल 
  3. डॉ, उमाकांत 
  4. महावीर प्रसाद द्विवेदी 
प्रश्न 7 --निम्नलिखित को क्रम से लगाइये ?
  1. उद्धवशतक ,हिंडोला ,गंगावतरण ,राम की शक्तिपूजा 
  2. उद्धव शतक , गंगावतरण , राम की शक्तिपूजा , हिंडोला 
  3. हिंडोला , गंगावतरण , उद्धवशतक , राम की शक्तिपूजा 
  4. हिंडोला , उद्धवशतक , गंगावतरण , राम की शक्तिपूजा 
प्रश्न 8 -"वंदनीय वह देश जहाँ के देशी निज अभिमानी हो। 
           वन्धवता में बँधे परस्पर परता के अज्ञानी हो।" 
   इस पंक्ति के रचनाकार कौन है ?
  1. श्रीधर पाठक 
  2. महावीर प्रसाद द्विवेदी 
  3. नाथूराम शर्मा शंकर 
  4. जगन्नाथदास रत्नाकर 
प्रश्न 9 -"राष्ट्रीयता गुप्त जी का उद्देश्य है ,पर संस्कृति शुन्य राष्ट्रीयता उन्हें ग्राह्य नहीं" - यह कथन किसका है ?
  1. डॉ. नगेंद्र 
  2. डॉ. सतेंद्र 
  3. नंददुलारे वाजपेयी 
  4. हज़ारीप्रसाद द्विवेदी 
प्रश्न 10 -"वेदने ! तू भी भली बनी। 
             पाई मैंने आज तुझी में अपनी चाह धनी।" 
                 किस रचना की पंक्ति है ?
  1. यशोधरा 
  2. साकेत 
  3. विष्णुप्रिया 
  4. पंचवटी 
प्रश्न 11 - 'कविता कौमुदी' किसकी रचना है ?
  1. गयाप्रसाद शुक्ल सनेही 
  2. मैथिलीशरण गुप्त 
  3. माखनलाल चतुर्वेदी 
  4. रामनरेश त्रिपाठी
प्रश्न 12 -"गुप्त जी की कविता में राष्ट्रीयता और गांधीवाद की प्रधानता है।"  यह कथन किसका है ?
  1. रामविलास शर्मा 
  2. बाबू गुलाबराय 
  3. गणपतिचंद्र गुप्त 
  4. नगेन्द्र 
प्रश्न 13 -  "रूप रस पीवत अघात ना हुते जो तब 
             सोइ  अब आँसू ह्वे उबरी गिरबौ करै।" 
           इस पंक्ति के रचनाकार कौन है ?
  1. श्रीधर पाठक 
  2. महावीर प्रसाद द्विवेदी 
  3. नाथूराम शर्मा शंकर 
  4. जगन्नाथदास रत्नाकर 
प्रश्न 14 - 'स्वदेशी कुण्डल' किसकी रचना है ?
  1. रायदेवी प्रसाद पूर्ण 
  2. बालमुकुंद गुप्त 
  3. लोचनप्रसाद पाण्डेय 
  4. रामचरित उपाध्याय 
प्रश्न 15 -"खड़ीबोली के पद्य विधान पर द्विवेदी जी का पूरा -पूरा असर पड़ा। बहुत से कवियों की भाषा शिथिल और अव्यवस्थित होती थी। द्विवेदी जी के अनुकरण में अन्य लेखक भी शुद्ध भाषा लिखने लगे।" यह कथन किसका है ?
  1. रामविलास शर्मा 
  2. आचार्य रामचंद्र शुक्ल 
  3. डॉ, उमाकांत 
  4. महावीर प्रसाद द्विवेदी 
प्रश्न 16 -किसने द्विवेदी काल को 'जागरण सुधारकाल' नाम से अभिहित किया ?
  1. रामविलास शर्मा 
  2. बाबू गुलाबराय 
  3. गणपतिचंद्र गुप्त 
  4. नगेन्द्र 
प्रश्न 17 - 'कृष्ण शतक' किसकी रचना है ?
  1. हरिऔध 
  2. द्वारिकाप्रसाद मिश्र 
  3. सत्यनारायण कविरत्न 
  4. रूपनारायण पांडेय 
प्रश्न 18 -"चार डगर हमने  भरे तो क्या किया।
            है पड़ा मैदान कोसों का अभी।"
              इस पंक्ति के रचनाकार कौन है ?
  1. हरिऔध 
  2. द्वारिकाप्रसाद मिश्र 
  3. सत्यनारायण कविरत्न 
  4. रूपनारायण पांडेय 
प्रश्न 19 - 'हल्दीघाटी' किसकी  रचना है ?
  1. श्यामनारायण पांडेय 
  2. रूपनारायण पांडेय 
  3. सत्यनारायण कविरत्न 
  4. रामनरेश त्रिपाठी 
प्रश्न 20 -"प्रेम स्वर्ग है , स्वर्ग प्रेम है , प्रेम अशंक अशोक। 
           ईश्वर   का प्रतिबिम्ब प्रेम है , प्रेम हृदय आलोक।"  
   इस पंक्ति के रचनाकार कौन है ?
  1. श्यामनारायण पांडेय 
  2. रूपनारायण पांडेय 
  3. सत्यनारायण कविरत्न 
  4. रामनरेश त्रिपाठी 

उत्तरमाला 

  1. 1
  2. 3
  3. 1
  4. 2
  5. 1
  6. 3
  7. 3
  8. 1
  9. 2
  10. 2
  11. 4
  12. 2
  13. 4
  14. 1
  15. 2
  16. 4
  17. 1
  18. 1
  19. 1
  20. 4

भारतेन्दु युग

भारतेन्दु युग 


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प्रश्न 1 -निम्नलिखित में से कौन रचना भारतेन्दु की नहीं है ?
  1. बकरी विलाप 
  2. दान लीला 
  3. प्रेम फुलवारी 
  4. मन की लहर 
प्रश्न 2 -'देश -दशा' किसकी रचना है ?
  1. ठाकुर जगमोहन सिंह 
  2. राधाकृष्ण दास 
  3. राधाचरण गोस्वामी 
  4. अम्बिकादत्त व्यास 
प्रश्न 3 -'कुब्जा -पच्चीसी'  किसकी रचना है
  1. भारतेन्दु हरिश्चंद्र 
  2. प्रताप नारायण मिश्र 
  3. नवनीत चतुर्वेदी 
  4. दुर्गादत्त व्यास 
प्रश्न 4 -"पिय प्यारे तिहारे निहारे बिना अँखिया दुखियाँ नहीं मानती है।" किस की पंक्ति है ?
  1. भारतेन्दु 
  2. प्रतापनारायण मिश्र 
  3. बदरीनारायण चौधरी प्रेमघन 
  4. ठाकुर जगमोहन सिंह 
प्रश्न 5 - किस रचनाकार की प्रतिनिधि कविताओं को 'प्रताप -लहरी' शीर्षक से संकलित किया गया है ?
  1. भारतेन्दु 
  2. प्रतापनारायण मिश्र 
  3. बदरीनारायण चौधरी प्रेमघन 
  4. ठाकुर जगमोहन सिंह 
प्रश्न 6 -चह हुं साँचहु निज कल्याण ,तौ सब मिलि भारत संतान। 
           जपो निरंतर एक जबान ,हिंदी हिन्दू हिन्दुस्तान।
            किस कवि  की पंक्ति है ? 
  1. भारतेन्दु 
  2. प्रतापनारायण मिश्र 
  3. बदरीनारायण चौधरी प्रेमघन 
  4. ठाकुर जगमोहन सिंह 
प्रश्न 7 - भारतेन्दु ने जिस प्रकार हिंदी गद्य की भाषा का परिष्कार किया ,उसी प्रकार काव्य की ब्रज भाषा का भी। इस पंक्ति के लेखक है ?
  1. रामचंद्र शुक्ल 
  2. रामकुमार वर्मा 
  3. शिवदान सिंह चौहान 
  4. रामविलास शर्मा 
प्रश्न 8 -निम्नलिखित में से कौन -सा लेखक भारतेन्दु मंडल का नहीं है ?
  1. बालकृष्ण भट्ट 
  2. बद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन 
  3. नवनीत चतुर्वेदी 
  4. सियारामशरण गुप्त 
प्रश्न 9 - जन्मकाल के अनुसार  कवियों का सही अनुक्रम है ?
  1. प्रतापनारायण मिश्र , बालकृष्ण भट्ट , भारतेन्दु हरिश्चंद्र ,लाला श्री निवासदास 
  2. बालकृष्ण भट्ट ,भारतेन्दु हरिश्चंद्र ,लाला श्री निवासदास ,प्रतापनारायण मिश्र 
  3. भारतेन्दु हरिश्चंद्र ,लाला श्रीनिवासदास ,प्रतापनारायण मिश्र ,बालकृष्ण भट्ट 
  4. भारतेन्दु हरिश्चंद्र ,बालकृष्ण भट्ट ,प्रतापनारायण मिश्र ,लाला श्री निवासदास 
प्रश्न 10 -जन्मकाल के अनुसार  कवियों का सही अनुक्रम है ?
  1. नवनीत चतुर्वेदी , राधाकृष्ण दास ,अम्बिकादत्त व्यास ,ठाकुर जगमोहन सिंह 
  2. राधाकृष्णदास ,नवनीत चतुर्वेदी ,अम्बिकादत्त व्यास , ठाकुर जगमोहन सिंह 
  3. अम्बिकादत्त व्यास ,नवनीत चतुर्वेदी ,राधाकृष्णदास , ठाकुर जगमोहन सिंह 
  4. ठाकुर जगमोहन सिंह , अम्बिकादत्त व्यास ,राधाकृष्णदास , नवनीत चतुर्वेदी 
प्रश्न 11 - "कुलकानि तजी गुरु लोगन में बसिकै सब बैन कुबैन सहा।      
              सब छोड़ि तुम्हैं हम पायो अहो तुम छोड़ि हमैं कहो पायो कहा।"
              किस कवि  की पंक्ति है ? 

  1. भारतेन्दु 
  2. प्रतापनारायण मिश्र 
  3. बदरीनारायण चौधरी प्रेमघन 
  4. ठाकुर जगमोहन सिंह 
प्रश्न 12 - 'नवभक्तमाल' के रचयिता कवि कौन है ?
  1. प्रेमघन 
  2. भारतेन्दु 
  3. नाभादास 
  4. राधाचरण गोस्वामी 
प्रश्न 13 - कानपुर के रसिक समाज से किसका सम्बन्ध था ?
  1. भारतेन्दु 
  2. बालकृष्ण भट्ट 
  3. प्रतापनारायण मिश्र 
  4. अम्बिकादत्त व्यास 
प्रश्न 14 - इनमें  से कौन- सी पत्रिका भारतेन्दु  की नहीं है ?
  • कविवचन सुधा 
  • ब्राह्मण 
  • हिंदी प्रदीप 
  • बाला बोधिनी 
  1. -  1,4
  2. -1, 3, 4
  3. -2,3
  4. -  2,3,4
प्रश्न 15 -किस विधा की शुरुवात भारतेन्दु युग में नहीं हुई थी ?
  1. कहानी 
  2. आलोचना 
  3. निबंध 
  4. काव्य 
  1. -  1,4
  2. -1, 3, 4
  3. -2,3
  4. -  2,3,4

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प्रश्न 16 - "रहै  क्यों म्यान असि दोय। 
              जिन नैनन में हरी -रस  छायो तेहि क्यों भावै कोय।"
              किस कवि  की पंक्ति है ? 
  1. भारतेन्दु 
  2. बालकृष्ण भट्ट 
  3. प्रतापनारायण मिश्र 
  4. अम्बिकादत्त व्यास 
प्रश्न 17 - स्थापना A -भारतेन्दु ने हमारे जीवन और साहित्य के बीच विच्छेद को दूर किया 
                तर्कR  -भारतेन्दु ने कविता में नए विषयों का समावेश किया और रीतिकालीन परिवेश से मुक्त किया।
  1. A और  R दोनों सही 
  2.   A  सही   R   गलत 
  3.   A गलत   R  सही 
  4.  A  और     R दोनों गलत 
प्रश्न 18 -  स्थापना A-   भारतेन्दु युग के कवियों ने जनमानस में देश प्रेम की अलख जगाई। 
             तर्कR   -देश अंग्रेजी दस्ता का दंश झेल रहा था।            
  1. A और  R दोनों सही 
  2.   A  सही   R   गलत 
  3.   A गलत   R  सही 
  4.  A  और     R दोनों गलत 
प्रश्न 19 -  "वे केवल नरप्रकृति के कवि  थे ,बाह्य प्रकृति की अनेकरूपता के साथ उनके हृदय का सामंजस्य नहीं पाया जाता।"  आचार्य शुक्ल ने किस रचनाकार के बारे में यह कथन कहा है ?
  1. भारतेन्दु 
  2. बालकृष्ण भट्ट 
  3. प्रतापनारायण मिश्र 
  4. अम्बिकादत्त व्यास 
प्रश्न 20 - "हीरक -जुबली आदि कविताओं की खुशामदी कविता न समझना चाहिए। उनमे देशदशा का सिंहावलोकन करते थे -और मार्मिकता के साथ।"  यह  पंक्ति किस कवि के लिए कहा  है ?
  1. अम्बिकादत्त व्यास 
  2. बद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन 
  3. प्रतापनारायण मिश्र 
  4. नवनीत चतुर्वेदी 
प्रश्न 21 -"विलायत में दादा भाई नौरोजी के काले कहे  जाने पर इन्होंने कारे शब्द लेकर बड़ी सरल और क्षोभपूर्ण कविता लिखी थी।"  शुक्ल जी ने किस कवि के  लिए कहा  है ?
  1. अम्बिकादत्त व्यास 
  2. बद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन 
  3. प्रतापनारायण मिश्र 
  4. नवनीत चतुर्वेदी 
प्रश्न 22 - "कृष्णलीला सम्बन्धी बहुत -से पद्य हिंदी खड़ी  बोली में लिखे है। वे एक मनमौजी सूफी भक्त थे।" शुक्ल जी ने किस कवि के  लिए कहा  है ?
  1. अम्बिकादत्त व्यास 
  2. बद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन 
  3. नजीर अकबरावादी 
  4. नवनीत चतुर्वेदी 
प्रश्न 23 -"मेरे तो साधन है जग ,नंदलला वृषभानु दुलारी।"  यह पंक्ति किस कवि की है ?
  1. भारतेन्दु 
  2. बालकृष्ण भट्ट 
  3. प्रतापनारायण मिश्र 
  4. अम्बिकादत्त व्यास 
प्रश्न 24 - "भारतेन्दु  युग का साहित्य व्यापक स्तर पर गदर से प्रभावित है।"  यह कथन किसका है ?
  1. डॉ. नगेन्द्र 
  2. रामविलास शर्मा 
  3. नामवर सिंह 
  4. हज़ारी प्रसाद द्विवेदी 
प्रश्न 25 -"भारतेन्दु युग का साहित्य जनवादी इस अर्थ में है की वह भारतीय समाज के पुराने ढांचे से संतुष्ट न रहकर उसमे सुधार भी चाहता है।" -यह किसका कथन है ?
  1. रामचंद्र शुक्ल 
  2. महावीर प्रसाद द्विवेदी 
  3. रामस्वरूप चतुर्वेदी 
  4. रामविलास शर्मा 
प्रश्न 26 -"आधुनिककाल  में गद्य का आविर्भाव सबसे प्रधान घटना है।"  वह किसका कथन है ?
  1. रामचंद्र शुक्ल 
  2. महावीर प्रसाद द्विवेदी 
  3. रामस्वरूप चतुर्वेदी 
  4. रामविलास शर्मा
प्रश्न 27 -"आधुनिकता को अपनी सुरक्षा के लिए अतीत से सम्बन्ध रखना चाहिए।"  यह कथन किसका है ?
  1. जी। एस फ्रेजर 
  2. आफबाउ 
  3. मार्क्स 
  4. टी ,एस  इलियट 
प्रश्न 28 - इनमें से कौन -सी प्रवृत्ति भारतेन्दु काल की है ? 
  1. भाषा में लाक्षणिकता 
  2. समस्या पूर्ति 
  3. इतिवृत्तात्मकता 
  4. संस्कृत वर्ण वृत्तों का प्रयोग 
प्रश्न 29 'ऋतु संहार' एवं 'मेघदूत' का ब्रज भाषा काव्य में किसने अनुवाद किया ?
  1. महावीर प्रसाद द्विवेदी 
  2. भारतेन्दु 
  3. हरिऔध 
  4. जगमोहन सिंह 
प्रश्न 30 -हिंदी नवजागरण को हिन्दू जाती का नवजागरण किस आलोचक ने माना ?
  1. रामचंद्र शुक्ल 
  2. महावीर प्रसाद द्विवेदी 
  3. रामस्वरूप चतुर्वेदी 
  4. रामविलास शर्मा

  उत्तरमाला 

  1. 2
  2. 3
  3. 1
  4. 2
  5. 2
  6. 1
  7. 4
  8. 2
  9. 4
  10. 4
  11. 4
  12. 3
  13. 3
  14. 1
  15. 1
  16. 1
  17. 1
  18. 1
  19. 2
  20. 2
  21. 3
  22. 1
  23. 2
  24. 4
  25. 1
  26. 1
  27. 2
  28. 4
  29. 4

'मुक्तिबोध की आत्मकथा' और 'निराला की आत्मकथा' -आत्मकथा या जीवनी

'मुक्तिबोध की आत्मकथा' और 'निराला की आत्मकथा' -आत्मकथा या जीवनी


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आत्मकथा और जीवनी में एक साधारणतः अंतर होता है की आत्मकथा व्यक्ति द्वारा खुद लिखा  जाता  है। वही जीवनी किसी अन्य व्यक्ति द्वारा। आत्मकथा लिखना अधिक कठिन कार्य है। इसमें आत्मकथा लेखक को तटस्थता बरतनी पड़ती है। कई ऐसे रहस्यों का उजागर करना होता है जिसे उजागर करना अत्यंत  पीड़ा से भरा कार्य होता है। कई रहस्य ऐसे भी होते है जिस से वो समाज के नजरो में गिर भी सकते है। उस पर दोहरे मत आने लग जाते है की ऐसा करना सही था या गलत। आत्मकथा तभी पाठक को प्रभावित करती है जो लेखक के वास्तिविक जीवन को उजागर करे न की कोरी कल्पनाओं और अभिलाषाओ जो अब तक पूरी न हुई हो। आत्मकथा में उन छोटी बड़ी घटनाओं को लिया जा सकता है जिस से पाठक को मनोरंजन के साथ ज्ञान की भी प्राप्ति हो। 
साहित्य कल्पना पर आधारित होता है जबकि कुछ विधा कल्पनाओं के बिना ही रची जाती है। उनमे कल्पना का समावेश करने से उन विधाओं की मान्यताओं पर प्रश्न चिन्ह लग जाता है अगर उनका सरोकार वास्तविक घटनाओं से न रहा तब वह  विधा  पाठक को सम्मोहित करने में असमर्थ रहेगी ऐसी ही विधाओं  में जीवनी और आत्मकथा आती  है। आत्मकथा में जहाँ कई जगह लेखक अपने व्यक्तित्व को अच्छा दिखाने के लिए जरुरी चीजों का समावेश छोड़ देता है जबकि जीवनी  विशेष के सभी चीजों का चित्रण करती है। आत्मकथा के साथ जीवनी में भी अधिक समस्या होती है इसमें व्यक्ति के बारे में लिखा कैसे जाए। इसके लिए लेखक उसके जीवन का अध्यन करता है उसके मित्रों से मिलता है ,घरवालों से मिलता है ,उनके साहित्यिक ग्रंथों  का विशेष अध्ययन  करता है अगर उनके ऊपर अन्य जीवनी लिखी गई है तो उसका भी अध्ययन  और यह जीवनी उस जीवनी से कैसे अलग होगी ऐसे क्या आवश्यक चीजे छूटी है जो जीवनी में होना चाहिए। जीवनी व्यक्ति के अंतर्मन के अंदर नहीं झाँक सकती  वह बाहरी स्रोतों से ही निर्मित होती है। किसी व्यक्ति के करीब रहने वालो में उनकी पत्नी होती है। हिंदी साहित्य के अंतर्गत यह स्पष्ट रूप से देखने को मिलता है की पत्नियों द्वारा कई जीवनियाँ लिखी जा रही है। 
प्रेमचंद घर में -शिवरानी देवी 
कमलेश्वर मेरे हमसफ़र -गायत्री कमलेश्वर 
स्मृति के झरोखे -बिंदु अग्रवाल 
महामना महापंडित (राहुल सांकृत्यायन )-कमला सांकृत्यायन 
उत्सव पुरुष नरेश मेहता -महिमा मेहता 
रांगेय राघव एक अंतरंग परिचय-सुलोचना रांगेय 

कुछ जीवनियाँ उनके पुत्र द्वारा लिखी जाती है। --

कलम  का सिपाही -अमृतराय 
बाबूजी (नागार्जुन )-शोभा कांत

जीवनी में प्रमाणिकता तो तथ्यों को सही प्रकार से संग्रह करके अपने शब्दों में लिखना होता है। घटनाए वही रहेंगी उन्हें किस जगह किन शब्दों का प्रयोग करके लाया जाय यह जीवनीकार के ऊपर होता है। वह अपनी रचनात्मक कला द्वारा जीवनी साहित्य का सृजन करता है। अब ऐसे में जहाँ जीवनी में अपने शब्दों और अपनी रचनात्मक को लेखक न दिखाकर वह व्यक्ति विशिष्ट जिस पर जीवनी लिख रहा है। उसके द्वारा लिखी गई चीजों को एक जगह संग्रहित कर दे उसे क्या कहा जाय ? यह प्रश्न सोचनीय है क्योंकि आत्मकथा की एक यह आम धारणा  है की व्यक्ति खुद से ही आत्मकथा लिखता है। जब आत्मकथा स्वयं  आत्मकथा के रूप में न लिखी जाय और किसी व्यक्ति द्वारा उन सभी तथ्यों को खंगाल कर सम्पादित किया जाये अपने शब्दों को उसमे न पिरोया जाये उसे क्या कहा जायेगा ?
निराला की आत्मकथा सूर्य प्रसाद दीक्षित ने लिखी। उसमे उन्होंने कहा है -
                                                                                                             "यह आत्मकथा विशुद्ध रूप से निराला जी द्वारा ही विरचित है।  इसकी एक भी पंक्ति मेरी नहीं है। शीर्षक चयन भी निराला -साहित्य से ही किया गया है। आत्मकथा से सम्बंधित ये अंश निराला की कविताओं ,संस्मरणों ,कहानियों ,उपन्यासों ,निबंधों एवं भूमिकाओं से गृहीत है। कहीं -कहीं उनके समर्पण ,सम्पादकीय प्रकाशित पत्रों का भी उपयोग किया गया है।"

'संस्मरण में है आज -जीवन' रचना के भूमिका में उनके पुत्र ने लिखा है -

                                                                                                          "निराला के आत्मकथा के लिए उनके साहित्य मंथन से उनके आत्मकथाओं को संकलित करने का प्रथम प्रयास डॉ. सूर्यप्रसाद दीक्षित जी के द्वारा हुआ। श्री दीक्षित ने निराला जी के आत्म -संस्मरणों ,कथ्यों एवं आत्मपरक वृतांत का चयन करके उन्हें सुसंयोजित ढंग से क्रमबंध कर निराला की आत्मकथा के रूप में प्रस्तुतीकरण किया इसके लिए मैं उनका हृदय से आभारी हूँ।"

इस से यह स्पष्ट  है की निराला की आत्मकथा ,मुक्तिबोध की आत्मकथा ,एक प्रकार से आत्मकथा में नया प्रयोग है। इस प्रकार के प्रयोग आगे भी होते रहेंगे और वह हिंदी साहित्य की आत्मकथा का और विस्तार करेगी। जो लेखक के देहांत के बाद भी लिखे जा सकेंगे। 

रीतिकाल

रीतिकाल


DEVKANT SINGH
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प्रश्न 1 -रीतिकाल को श्रृंगारकाल नाम किसने दिया ?
  1. हजारीप्रसाद द्विवेदी 
  2. धीरेन्द्र वर्मा 
  3. विश्वनाथप्रसाद मिश्र 
  4. रामकुमार वर्मा 
प्रश्न 2 -निम्नलिखित में से कौन -सा ग्रन्थ मतिराम का नहीं है ?
  1. रस भूषण 
  2. फूलमंजरी 
  3. रसराज 
  4. साहित्यसार 
प्रश्न 3 -यूरोप में बिहारी सतसई के समकक्ष कोई रचना नहीं है। 
यह कथन निम्न में से किसका है ?
  1. विलियम जोन्स 
  2. जार्ज ग्रियर्सन 
  3. गार्सा द तासी 
  4. रामचंद्र शुक्ल 
प्रश्न 4 -निम्न में से रीतिकालीन कवि नहीं है ?
  1. ध्रुवदास 
  2. देव 
  3. जसवंत सिंह 
  4. चिंतामणि 
प्रश्न 5 -निम्न में सुमेलित नहीं है -
  1. बिहारी -सतसई 
  2. रसविलास -चिंतामणि 
  3. ललित ललाम -मतिराम 
  4. शिवराज भूषण -जसवंत सिंह 
प्रश्न 6 -'सरस्वती कंठाभरण' ग्रन्थ के रचयिता आचार्य का नाम बताइये -
  1. जयदेव 
  2. भोजराज 
  3. कुंतक 
  4. अभिनव गुप्त 
प्रश्न 7 -"आगे के कवि रिझिहै  तो कविताई न हो ,राधाका कन्हाई सुमिरन कौ बहानौ है।" यह काव्य पंक्ति निम्न में से किसकी है ?
  1. मतिराम 
  2. भिखारीदास 
  3. बिहारी 
  4. सेनापति 
प्रश्न 8 -रीतिकाल नामकरण निम्न में से किस आधार पर किया गया है ?
  1. आंदोलन 
  2. ऐतिहासिक कालक्रम 
  3. साहित्यिक प्रवृति 
  4. लोकनायक 
प्रश्न 9 -'भाषा -भूषण' ग्रन्थ के रचयिता का नाम बताइये -
  1. चितामणि त्रिपाठी 
  2. महाराजा जसवंत सिंह 
  3. भूषण कवि 
  4. कुलपति मिश्र 
प्रश्न 10 -रीति निरूपण का क्या अर्थ है ?
  1. काव्यांग निरूपण 
  2. श्रृंगार वर्णन 
  3. शैली चित्रण 
  4. विधि विधान 
प्रश्न 11 -इनमें से रीतिकाल का कौन -सा कवि प्रकृति चित्रण के लिए सुविख्यात है ?
  1. पद्माकर 
  2. भूषण 
  3. घनानंद 
  4. सेनापति 
प्रश्न 12 - निम्न सूचियों को सुमेलित करते हुए सही विकल्प का चयन कीजिए ?
               
  1. शिवराज भूषण                      a पद्माकर 
  2. रस रहस्य                              bभूषण 
  3. पद्माभरण                              c  भिखारीदास 
  4. काव्य निर्णय                         dकुलपति मिश्र 
कोड 
                        1           2                3             4

A                     b             d              a             c

B                    a              c              b             d

C                     c              a             d             b

D                     d             b             c              a

प्रश्न 13 -"जन्म ग्वालियर जानिए मथुरा बसि  ससुराल" यह पंक्ति किस कवि  के  विषय में है ?
  1. केशव 
  2. बिहारी 
  3. घनांनद 
  4. पद्माकर 
प्रश्न 14 -निम्नलिखित सूचियों को सुमेलित करके सही कूट का चयन कीजिये ?

  1. श्रृंगार मंजरी                              a  मंडन 
  2. रस विलास                                b चिंतामणि 
  3. रतन हजार                               c  मतिराम  
  4. अलंकार पंचाशिका                   d रसनिधि 
कोड 
                        1           2                3              4

A                    a           c                b               d

B                     d           a              b               c

C                   c              d               b               a

D                   b             a              d                c

प्रश्न 15 -"तंत्री नाद कवित्त रस सरस राग रति रंग" यह पंक्ति किस कवि की है ?

  1. केशव 
  2. मतिराम 
  3. बिहारी 
  4. घनांनद 
प्रश्न 16 -"हिंदी में लक्षण ग्रंथो की परिपाटी पर  वाले जो सैकड़ो कवि हुए है , आचार्य  में नहीं आते , वे कवि ही है।" यह  कथन किसका है ?
  1. गणपतिचंद्र गुप्त 
  2. रामकुमार वर्मा 
  3. रामचंद्र शुक्ल 
  4. रामस्वरूप चतुर्वेदी 
प्रश्न17 - भानुदत्त  की 'रस मंजरी' के आधार पर रीती आचार्यों ने  किस प्रकार के ग्रंथो की रचना की ?
  1. अलंकार ग्रन्थ 
  2. रस निरूपण ग्रन्थ 
  3. नायिका भेद ग्रन्थ 
  4. सर्वांग निरूपण ग्रन्थ 
प्रश्न 18 -जदपि सुजाति सुलच्छनी सुवरन सरस सुवृत्त। 
             भूषण बिनु न विराजई  कविता बनिता मित्त।
           किस कवि की पंक्ति है ?
  1. केशव 
  2. देव 
  3. बिहारी 
  4. चिंतामणि 
प्रश्न 19 -"भाषा के  लक्षक  एवं व्यंजक बल की सीमा कहा तक है इसकी पूरी परख इन्ही को थी " आचार्य शुक्ल ने किस कवि के लिए ये कथन कहा है ?
  1. बिहारी 
  2. घनानंद 
  3. पद्माकर 
  4. सेनापति 
प्रश्न 20 -"प्रेम मार्ग का ऐसा धीर पथिक और जबादानी का ऐसा दावा रखने वाला ब्रज भाषा का दूसरा कवि  नहीं हुआ।"  यह कथन किस आलोचक का है ?
  1. डॉ नगेन्द्र 
  2. आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र 
  3. लाला भगवानदास 
  4. आचार्य रामचंद्र शुक्ल 
प्रश्न 21 -"यह प्रेम को पंथ कराल महा तरवारि की धार पर धावनो है" 
          इस पंक्ति के रचयिता है ?
  1. घनांनद 
  2. बोधा 
  3. आलम 
  4. ठाकुर 
प्रश्न 22 -"नैनन में जे सदा रहते तिनकी अब कान कहानी सुन्यौ करै।"
इस पंक्ति के रचयिता  कौन से है ?
  1. बोधा 
  2. आलम 
  3. ठाकुर 
  4. ग्वाल कवि 
प्रश्न 23 - इनमें से कौन रचना महाकाव्य है ?
  1. कविप्रिया 
  2. भाव विलास 
  3. अंग दर्पण 
  4. रामचंद्रिका 
प्रश्न 24 -रीतिकालीन कवियों में सिर्फ एक ग्रन्थ  लिख कर सर्वाधिक सम्मान पाने वाला कवि कौन है ?
  1. केशव 
  2. मतिराम 
  3. बिहारी 
  4. देव 
प्रश्न 25 -"घनानंद की भाषा सरल और स्वाभाविक है ,जिसमे लक्ष्यार्थ और व्यंग्यार्थ का प्राधान्य है।" - यह कथन किसका है ?
  1. डॉ वासुदेव सिंह 
  2. ग्रियर्सन 
  3. मिश्रबन्धु 
  4. श्यामसुंदर दास 
प्रश्न 26 -निम्नलिखित में से किस कवि ने सतसई की रचना नहीं की ?
  1. रामसहाय 
  2. मतिराम 
  3. अमीरदास 
  4. चिंतामणि 
प्रश्न 27 -रीतिकालीन आचार्यो की तीन श्रेणियाँ है -
  1. उद्भावक आचार्य 
  2. व्याख्यता आचार्य 
  3. उदगाता आचार्य 
  4. कवि शिक्षक 
कूट 
  1. -1,2,4
  2. -  1,2,3
  3. -    1,2
  4. -    2,3,4
प्रश्न 28 -राजनितिक रूप से रीतिकाल मुगलों के शासन के वैभव के --
  1. चरमोत्कर्ष का युग है 
  2. उत्थान का युग है 
  3. विस्तार का युग है 
  4. चरमोत्कर्ष के बाद उत्तरोत्तर ह्रास और पतन का युग है 
प्रश्न 29 -रचनाकाल के अनुसार निम्नलिखित कवियों का  अनुक्रम है -

  1. भिखारीदास ,चिंतामणि ,देव ,महाराजा जसवंत सिंह 
  2. चिंतामणि ,देव ,भिखारीदास ,जसवंत सिंह 
  3. महाराजा जसवंत सिंह ,चिंतामणि ,देव ,भिखारीदास 
  4. चिंतामणि ,महाराजा जसवंत सिंह ,देव ,भिखारीदास 
प्रश्न 30 -राम और सीता के विवाह के अवसर पर किस कवि  ने मिथिला की स्त्रियों से गारी गीत गवाया है ?
  1. तुलसीदास 
  2. स्वामी अग्रदास 
  3. केशवदास 
  4. प्राणचन्द्र चौहान 
प्रश्न 31 -जन्मकाल के आधार पर निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है ?
  1. भूषण ,चिंतामणि ,केशवदास ,सेनापति 
  2. सेनापति ,भूषण ,केशवदास ,चिंतामणि 
  3. केशवदास ,सेनापति ,चिंतामणि ,भूषण 
  4. सेनापति ,केशवदास ,भूषण ,चिंतामणि 
प्रश्न 32 -रीतिकाल के किस कवि ने अपनी कविताओं में ऋतुओं और त्योहारों के साथ जीवन की खूबसूरती के साथ नाम लिया मिलाया है ?
  1. बिहारी 
  2. घनानंद 
  3. देव 
  4. पद्माकर 
प्रश्न 33 -अधर -मधुरता ,कठिनता -कुच ,तीक्षनता -त्योर। 
             रस -कवित्त -परिपक्वता जाने रसिक न और।
उक्त दोहे के द्वारा किस आचार्य कवि ने कवि ने काव्य -रसिक को परिभाषित  है ?
  1. चिंतामणि 
  2. भिखारीदास 
  3. जसवंत सिंह 
  4. बेनी प्रवीन 
प्रश्न 34 - तिय सैसव जोबन मिले ,भेद न जान्यो जात। 
             प्रातः समय निसि घोस के दुवौ भाव दरसात। 
इस दोहे में नायिका की किस अवस्था का वर्णन है ?
  1. सद्यः स्नाता 
  2. वयः संधि 
  3. नवोढ़ा 
  4. मानमृदु 
प्रश्न 35 -सिख सिखाई  न मानती है ,बर ही बस संग सखीं के आवै। 
             खेलत खेल नए जल में , बिना काम वृथा कत जाम बितावै। 
             छोड़ि कै साथ सहेलिन को ,रही के कहि कौन सवा दहि पावै। 
             कौन परी यह बानि अरि ! नित नीर भरी गगरी ढरकावै। 
 इस  सवैया में नायिका की सखी का कौन -सा भाव व्यक्त हुआ है ?
  1. अनुराग 
  2. क्रोध 
  3. उपालम्भ 
  4. ईर्ष्या 
   उत्तरमाला

  1. 3
  2. 1
  3. 2
  4. 1
  5. 4
  6. 2
  7. 2
  8. 3
  9. 2
  10. 1
  11. 4
  12. 1
  13. 2
  14. 4
  15. 3
  16. 3
  17. 3
  18. 1
  19. 2
  20. 4
  21. 2
  22. 2
  23. 4
  24. 3
  25. 1
  26. 4
  27. 3
  28. 4
  29. 4
  30. 3
  31. 3
  32. 4
  33. 2
  34. 2
  35. 3








हिंदी साहित्य में किन्नर विमर्श -एक पूर्वपीठिका  साहित्य किसी भी स्थिति की तहों में जाकर समाज का सरोकार उन विमर्शो और मुद्दों से करता है जिस...