नेट हिंदी साहित्य में लगे कहानीकारों का जन्म
- सुभद्रा कुमारी चौहान1905
- प्रेमचंद -1880
- चंद्रधर शर्मा गुलेरी -1883
- जयशंकर प्रसाद -1889
- जैनेन्द्र -1905
- फणीश्वरनाथ रेणु -1921
- अज्ञेय -1911
- शेखर जोशी -1932
- भीष्म साहनी -1915
- कृष्णा सोबती -1925
- हरिशंकर परसाई - 1924
- ज्ञानरंजन -1931
- कमलेश्वर -1932
- निर्मल वर्मा -1929
- राजेंद्र बाला घोष -1882
- माधवप्रसाद सप्रे -1871
- दुनिया का अनमोल रतन कहानी सोजे वतन में संकलित हे। यह रचना 1907 ई में ै आई थी। इसे अंग्रेजो जब्त कर लिया। उसके पश्चात् नवाबराय ने प्रेमचंद नाम से लिखना आरम्भ किया।
- उसने कहा था कहानी का प्रकाशन 1915 ई में हुआ। यह सरस्वती पत्रिका में सम्पादित हुई। इसे राजेंद्र यादव ने हिंदी की पहली प्रौढ़ कहानी कहा है।
- परिंदे कहानी 1960 में प्रकाशित हुई। डॉ नामवर सिंह ने इसे अपनी पुस्तक कहानी और नयी कहानी में हिंदी नै कहानी की प्रथम कहानी माना है।
- ईदगाह कहानी 1933 में प्रकाशित हुई। इसमें एक बालक के मनोविज्ञान की दशा को दिखाया गया है की वह कैसे काम उम्र में इतना संवेदनशील हो जाता है। कि अपनी जरूरतों को न देख वह दादी के लिया चिंता ले अत है।
- अमृतसर आ गया कहानी साम्प्रदाइकता की विभीषिका पर लिखी गई कहानी है। किस प्रकार मनुष्य हैवान बन जाता है। वह अपने ही जैसे दूसरे व्यक्ति की हत्या तक कर देता है। क्योकि उसका धर्म अलग है। ऐसे में जरुरी नहीं जो गलत करता है। वही व्यक्ति दूसरे का निशाना हो। उसमे किसी की भी बलि चढ़ जाती है।
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