हिंदी साहित्य
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प्रश्न 1 -शकराज किस नाटक का पात्र है ?नेट मॉडल पेपर
- चन्द्रगुप्त
- स्कंदगुप्त
- धुरुस्वामिनी
- एक और द्रोणाचार्य
प्रश्न २ -मालती किस कहानी की पात्र हैं ?
- गोदान
- सिक्का बदल गया
- रोज
- तीसरी कसम
प्रश्न 3 -रामगुप्त किस नाटक का पात्र हैं ?
- चन्द्रगुप्त
- स्कंदगुप्त
- धुरुस्वामिनी
- एक और द्रोणाचार्य
प्रश्न 4 -कर्मवीर किस नाटक का पात्र हैं ?
- अंधेर नगरी
- अँधा युग
- बकरी
- आगरा बाजार
प्रश्न 5 -जयशंकर प्रसाद का अंतिम नाटक कौन सा हैं ?
- चन्द्रगुप्त
- स्कंदगुप्त
- धुरुस्वामिनी
- सज्जन
प्रश्न 6 -धुरुस्वामिनि नाटक की काल्पनिक पात्र है ?
- धुरुस्वामिनी
- रामगुप्त
- शकराज
- कोमा
प्रश्न 7 -बाहर से तितली है और भीतर से मधुमक्खी यह कथन किसके लिए कहा गया है।
- शकुन
- मालती
- चंपा
- सावित्री
प्रश्न 8 -इस उपन्यास में स्त्रियों के झगड़ालूपन ,अन्धविश्वास बच्चों के पालन पोषण में अरुचि तथा उन्हें चेचक न लगवाना और छोटी उम्र में बच्चों को गहने पहनाने आदि की आलोचना की गई है ?
- गोदान
- शेखर एक जीवनी
- राग दरबारी
- देवरानी जेठानी की कहानी
प्रश्न 9 -अगर हम खुश रहे तो गरीबी हमे दुखी नहीं कर सकती और गरीबी को मिटाने की असली योजना यही है की हम बराबर खुश रहे - किस उपन्यास का कथन है
- मैला आँचल
- राग दरबारी
- गोदान
- मानस का हंस
प्रश्न 10 -पहली बात मन में उभरी -यह मम्मी नहीं है। मम्मी के पैरों को वह खूब पहचानता है ,उनकी चप्पलों को भी और उनकी साड़ियों के बॉर्डर को भी ?
- आपका बंटी
- गोदान
- जिंदगीनामा
- मानस का हंस
प्रश्न 11-एक तरफ यह उपन्यास आंसुओ से गीला लगता है ,भावुकता से भीगा लगता है और दूसरी तरफ बंटी अपने माँ और बाप दोनों से कटकर मिसकिट होने का बोध कराता है। आपका बंटी उपन्यास के लिए यह किस आलोचक का कथन है ?
- जैनेन्द्र
- प्रभाकर माचवे
- सुरेश सिन्हा
- डॉ मदान
प्रश्न 12 -इसमें गरीबी ,रोग, भुखमरी ,जहालत ,धर्म की आड़ में हो रहे व्यभिचार ,शोषण आडम्बरो ,अन्धविश्वास आदि का चित्रण है -किस उपन्यास की विशेषता है ?
- मैला आँचल
- राग दरबारी
- गोदान
- मानस का हंस
प्रश्न 13 -जूली किस कहानी की पात्र है ?
- परिंदे
- इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
- राजा निरबंसिया
- कानों में कँगना
प्रश्न 14 -इस बार यह जनानी सवारी। औरत है या चंपा का फूल जब से गाड़ी मह -मह महक रही है?
- रागदरबारी
- तीसरी कसम
- मैला आँचल
- कोसी का घटवार
प्रश्न 15 -रुई के रेशे -से, भाप -से, बादल हमारे सिरों को छू -छूकर बेरोक -टोक घूम रहे थे।हल्के प्रकाश और अंधियार से रंगकर कभी वे नील दीखते है ,कभी सफ़ेद और फिर देर में अरुण पड़ जाते। वे जैसे हमारे साथ खेलना चाह रहे थे ?
- अपना अपना भाग्य
- रोज
- कोसी घटवार
- परिंदे
प्रश्न 16 -क्रम से लगाइए ?
- दुलाईवाली ,रोज ,तीसरी कसम ,इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
- दुलाईवाली ,तीसरी कसम ,रोज ,इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
- तीसरी कसम ,रोज ,दुलाईवाली , ,इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
- तीसरी कसम ,दुलाईवाली ,रोज ,,इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
प्रश्न 17 क्रम से लगाइए ?
- परीक्षा गुरु ,राग दरबारी ,मैला आँचल ,देवरानी जेठानी की कहानी ,
- परीक्षा गुरु ,मैला आँचल ,राग दरबारी ,देवरानी जेठानी की कहानी
- जेठानी की कहानी ,परीक्षा गुरु ,मैला आँचल ,राग दरबारी
- मैला आँचल ,परीक्षा गुरु ,राग दरबारी ,देवरानी जेठानी की कहानी
प्रश्न 18 - क्रम से लगाइए ?
- अँधेरी नगरी ,भारत दुर्दशा ,चन्द्रगुप्त ,धुरुस्वमिनी
- अँधेरी नगरी ,भारत दुर्दशा ,धुरुस्वमिनी ,चन्द्रगुप्त
- भारत दुर्दशा , अँधेरी नगरी ,चन्द्रगुप्त ,धुरुस्वमिनी
- अँधेरी नगरी ,चन्द्रगुप्त ,भारत दुर्दशा ,धुरुस्वमिनी
प्रश्न 19 -क्रम से लगाइए ?
- भारतेन्दु ,जयशंकर ,उपेन्द्रनाथ अश्क ,सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- भारतेन्दु ,उपेन्द्रनाथी अश्क ,जयशंकर ,सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- उपेन्द्रनाथ अश्क ,भारतेन्दु ,जयशंकर ,सर्वेष्वर दयाल सक्सेना
- ,सर्वेश्वर दयाल सक्सेना,भारतेन्दु ,जयशंकर ,उपेन्द्रनाथ अश्क
प्रश्न 20 --क्रम से लगाइए ?
- फणीश्वर नाथ रेणु ,श्रीलाल शुक्ल ,मन्नू भंडारी ,यशपाल
- यशपाल ,फणीश्वर नाथ रेणु ,श्रीलाल शुक्ल ,मन्नू भंडारी
- श्रीलाल शुक्ल ,मन्नू भंडारी,फणीश्वरनाथ रेणु ,यशपाल
- फणीश्वरनाथ रेणु ,मन्नू भंडारी ,श्रीलाल शुक्ल ,यशपाल
प्रश्न 21 -अंग्रेज रमणिया थी ,जो धीरे धीरे नहीं चलती थी ,तेज चलती थी। न उन्हें आती थी न हॅसने में मौत आती थी -----उधर हमारी भारत की कुललक्ष्मी ,सड़क के किनारे दमन बचाती और संभालती हुई ,सदी की कई तहो में सिमट सिमटकर ,लोक लाज स्त्रीत्व और भारतीय गरिमा के आदर्श को अपने परिवेष्टनों में छिपाकर सहमी -सहमी धरती में आंख गाड़े ,कदम -कदम बढ़ रही थी।
- अपना - अपना भाग्य
- रोज
- कोसी का घटवार
- परिंदे
प्रश्न 22 -अरे तुमसे किसने कह दिया की कुंवारे आदमी को चाय नहीं पीनी चाहिए ?किस का कथन है ?
- रागदरबारी
- तीसरी कसम
- मैला आँचल
- कोसी का घटवार
प्रश्न 23 -क्रान्तिकारी बनाये नहीं जाते ,जन्मजात होते है। इसका अर्थ यह हुआ कि क्रांति की भावना शेखर में जन्म से विद्मान थी। योग्य समय आने पर वह जागृत हो गई ,उसका यह विद्रोह किसी एक व्यक्ति ,वस्तु या स्थिति के प्रति नहीं था ,बल्कि सम्पूर्ण उस स्थिति समाज के प्रति है जो अपूर्ण है ,संकीर्ण है तथा विकास की विघातक है ?किसका उपन्यास का कथन है ?
- जिंदगीनामा
- मानस का हंस
- धरती धन न अपना
- शेखर एक जीवनी
प्रश्न 24 -इस दृश्य काव्य में जिन समस्याओ को उठाया गया है ,उसके सफल निर्वाह के लिए महाभारत के उत्तराद्ध की घटनाओ का आश्रय ग्रहण किया गया है। अधिकतर कथावस्तु प्रख्यात है केवल कुछ ही तत्व उत्पाद है। कुछ स्वकल्पित पात्र और कुछ स्वकल्पित घटनाएँ। प्राचीन पद्धति भी इसकी अनुमति देती है। - किस नाटक के निर्देश से लिया गया है ?
- अँधायुग
- एक और द्रोणाचार्य
- चन्द्रगुप्त
- सिंदूर की होली
प्रश्न 25 -बहिन मुझे मूर्ति उतनी नहीं चाहिए ,मुझे मूर्तिपूजक चाहिए। मुझे कोई ऐसा नहीं चाहिए जिसकी और में देखु ,मुझे वो चाहिए जो मेरी और देखे।
जिंदगीनामा
मानस का हंस
धरती धन न अपना
शेखर एक जीवनी
प्रश्न 26 -हरिजन ,गरीब दयनीय जनता का चित्रण ,राजनीती का षडयंत्र ,भ्रष्टाचारी पुलिस यंत्रणा - किस नाटक का विषय है ?
- बकरी
- अंधेर नगरी
- भारत दुर्दशा
- एक और द्रोणाचार्य
प्रश्न 27 -प्रत्येक प्रकरण में शीर्षक के साथ महाभारत ,गीता ,मनुस्मृति ,वृन्द के दोहे लिखे गए है। किस उपन्यास के बारे में यह कथन है ?
- परीक्षा गुरु
- रागदरबारी
- जिंदगीनामा
- देवरानी जेठानी की कहानी
प्रश्न 28 -पहले से किसी बात का बात का मनसूबा नहीं बाँधना चाहिए किसी को। भगवान ने मनसूबा तोड़ दिया। उसको सबसे पहले भगवान से पूछना है ,भोला बाबा। किस रचना का कथन है ?
- लाल पान की बेगम
- तीसरी कसम
- मैला आँचल
- कोसी का घटवार
प्रश्न 29 -बोझिल अनिश्चित -से वातावरण में सफर कटने लगा। रात गहराने लगी थी। किस है ?
- कोसी का घटवार
- राजा निरबंसिया
- अमृतसर आ गया
- सिक्का बदल गया
प्रश्न 30 -अपने सुखी लकड़ी के तख्तों पर उसे सुलाते हो ,आप कीचड़ में पड़े रहते हो। कही तुम न माँदे पड़ जाना। जाड़ा क्या है,मौत है और निमोनिया से मरने वाले को मुरब्बे नहीं मिला करते। - किस कहानी का कथन है ?
- अपना अपना भाग्य
- उसने कहा था
- परिंदे
- तीसरी कसम
प्रश्न 31 - नन्द सिंह इसी छुआछूत के व्यवहार से तंग आकर पहले सिख बना था ,अब ईसाई बनता है ,लेकिन छुआछूत फिर भी उसका पीछा नहीं छोड़ती। किस उपन्यास के बारे में है ?
- जिंदगीनामा
- धरती धन न अपना
- गोदान गोदान
- मैला आँचल
प्रश्न 32 -मनुष्य अपनी दुर्बलता से भली- भांति परचित रहता है। परन्तु उसे अपने बल से भी पहले- कर्म क्षेत्र में काँपकर लड़खड़ावों मत पौरव !तुम विचार कर देखो तो !सिकंदर ने जो क्षत्रप नियुक्त किया है ,जिन संधियों को वह प्रगतिशील रखना चाहता है वे सब क्या है ?अपनी लूटपाट को वह साम्राज्य के रूप में देखना चाहता है। -ये किस नाटक का कथन है ?
- धुरुस्वामिनी
- चन्द्रगुप्त
- स्कंदगुप्त
- एक और द्रोणाचार्य
प्रश्न 33 -क्रूर ,आधा क्रिस्तानी ,आधा मुसलमानी वेश हाथ में नंगी तलवार। यह विशेषता भारत दुर्दशा के किस पात्र का है ?
- भारत भाग्य
- भारत दुर्देव
- आलस्य
- अंधकार
प्रश्न 34 -डॉ बिशनदास और कामरेड टहल सिंह किस उपन्यास के पात्र है ?
- झूठा सच
- मैला अंचल
- धरती धन न अपना
- राग दरबारी
प्रश्न 35 - डरने में उतनी यातना नहीं है जितनी वह होने से ,जिस से सबके सब भय कहते है.वैसा ही आज। ये है महल मेरे पिता मेरी माता के लेकिन कौन जाने यहाँ स्वागत हो मेरा एक जहर बुझे भाले से ? ये किस नाटक का कथन है ?
- चन्द्रगुप्त
- स्कंदगुप्त
- अँधा युग
- एक और द्रोणाचार्य
प्रश्न 36 -कौरव पुत्रों की इस कलुषित कथा में एक तुम जिसका माथा गर्वोन्नत है। किसका कथन है ?
- संजय
- विदुर
- कृष्ण
- अश्त्थामा
प्रश्न 37 -जब इंसान मशीन बन जायेगा तो वह दिन दुनिया के लिए सबसे खतरे का दिन होगा। इंसान का मशीन बनाना सनक का ही दूसरा रूप है। यह किसका कथन है ?
- श्रीपत
- अंजो
- इन्द्रनारायण
- नीरज
प्रश्न 38 -नहीं ,नहीं ,नहीं। तुम कुछ भी कहो कृष्ण। निश्चय ही भीम ने किया है अन्याय आज। उसका अधर्म वॉर अनुचित था। जानता हु में तुमको शैशव से रहे हो सदा से मर्यादाहीन कूटबुद्धि। यह कथन अँधा युग के किस अंक से है ?
- द्वितीय
- तीसरे
- चौथे
- पांचवे
प्रश्न 39 -सरोहा गांव का जिक्र किस नाटक में हुआ है ?
- बकरी
- महाभोज
- एक और द्रोणाचार्य
- आगरा बाजार
प्रश्न 40 -अब हमे जहा -तहाँ घूमे की जरुरत नहीं। यही रहेंगे और तर मॉल उड़ाएंगे। किस नाटक का कथन है ?
- बकरी
- महाभोज
- अंधेर नगरी
- सिंदूर की होली
प्रश्न 41 - क्रम से लगाओ ?
- कौरव नगरी ,पशु का उदय ,अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य, विजय एक क्रमिक आत्महत्या
- कौरव नगरी ,अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य ,पशु का उदय ,विजय एक क्रमिक आत्महत्या
- कौरव नगरी ,अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य ,विजय एक क्रमिक आत्महत्या ,पशु का उदय
- अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य ,कौरव नगरी ,पशु का उदय ,विजय एक क्रमिक आत्महत्या
प्रश्न 42 -इस बचकाना हरकत पर हंसी आई थी ,किन्तु भीतर ही भीतर प्रसन्नता भी हुई थी। उसकी उम्र अभी बीती नहीं है ,अब भी वह दुसरो को अपनी ओर आकर्षित कर सकती है। किस कहानी का कथन है ?
- तीसरी कसम
- दुनिया का अनमोल रत्न
- परिंदे
- लालपान की बेगम
प्रश्न 43 -भगवान !मेरे पथ भ्रष्ट नाविक को अंधकार में ठीक पथ पर ले चलना। किस कहानी का कथन है ?
- तीसरी कसम
- राजा निरबंसिया
- इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
- आकाशदीप
प्रश्न 44 -आशिक के बुरे हाल पर तरस न खायेगी और क्या अपने रूप की एक झलक इस जलते हुए दिलफ़िगार को आने वाली सख्तियों के झेलने की ताकत न देगी ?तेरी एक मस्त निगाह के नशे से चूर होकर मै वह कर सकता हूँ जो आज तक किसी से न बन पड़ा हो। किस कहानी का कथन है ?
- उसने कहा था
- तीसरी कसम
- कोशी का घटवार
- दुनिया का सबसे अनमोल रत्न
प्रश्न 45 -होम सिक्नेस ही एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज किसी डॉक्टर के पास नहीं है। किस कहानी का कथन है ?
- परिंदे
- रोज
- राजा निरबंसिया
- लालपान की बेगम
प्रश्न 46 -बकरी नाटक का प्रकाशन वर्ष ?
- 1971
- 1968
- 1974
- 1982
प्रश्न 47 -आषढ का एक दिन का प्रकाशन वर्ष ?
- 1958
- 1963
- 1969
- 1974
प्रश्न 48 -सिंदूर की होली का प्रकाशन वर्ष ?
- 1971
- 1974
- 1977
- 1981
प्रश्न 50 -बाणभट्ट की आत्मकथा का प्रकाशन वर्ष ?
- 1936
- 1941
- 1946
- 1954
DEVKANT SINGH
NET -JRF
MOB NO-9555935125
उत्तर
1 . -c 2 -c 3 -c 4-c 5-c
6-d 7-b 8-d 9-b 10-a
11- 12-a 13-a 14-b 15-a
16-a 17-b 18-c 19-a 20-b
21-a 22-b 23-d 24-a 25-a
26-a 27-a 28-a 29-c 30-b
31-b 32-b 33-b 34-c 35-c
36-b 37-a 38-b 39-b 40-c
41-a 42-c 43-d 44-d 45-a
46-c 47-a 48-b 49-c 50-c
- परिंदे
- इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
- राजा निरबंसिया
- कानों में कँगना
प्रश्न 14 -इस बार यह जनानी सवारी। औरत है या चंपा का फूल जब से गाड़ी मह -मह महक रही है?
- रागदरबारी
- तीसरी कसम
- मैला आँचल
- कोसी का घटवार
प्रश्न 15 -रुई के रेशे -से, भाप -से, बादल हमारे सिरों को छू -छूकर बेरोक -टोक घूम रहे थे।हल्के प्रकाश और अंधियार से रंगकर कभी वे नील दीखते है ,कभी सफ़ेद और फिर देर में अरुण पड़ जाते। वे जैसे हमारे साथ खेलना चाह रहे थे ?
- अपना अपना भाग्य
- रोज
- कोसी घटवार
- परिंदे
प्रश्न 16 -क्रम से लगाइए ?
- दुलाईवाली ,रोज ,तीसरी कसम ,इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
- दुलाईवाली ,तीसरी कसम ,रोज ,इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
- तीसरी कसम ,रोज ,दुलाईवाली , ,इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
- तीसरी कसम ,दुलाईवाली ,रोज ,,इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
प्रश्न 17 क्रम से लगाइए ?
- परीक्षा गुरु ,राग दरबारी ,मैला आँचल ,देवरानी जेठानी की कहानी ,
- परीक्षा गुरु ,मैला आँचल ,राग दरबारी ,देवरानी जेठानी की कहानी
- जेठानी की कहानी ,परीक्षा गुरु ,मैला आँचल ,राग दरबारी
- मैला आँचल ,परीक्षा गुरु ,राग दरबारी ,देवरानी जेठानी की कहानी
प्रश्न 18 - क्रम से लगाइए ?
- अँधेरी नगरी ,भारत दुर्दशा ,चन्द्रगुप्त ,धुरुस्वमिनी
- अँधेरी नगरी ,भारत दुर्दशा ,धुरुस्वमिनी ,चन्द्रगुप्त
- भारत दुर्दशा , अँधेरी नगरी ,चन्द्रगुप्त ,धुरुस्वमिनी
- अँधेरी नगरी ,चन्द्रगुप्त ,भारत दुर्दशा ,धुरुस्वमिनी
प्रश्न 19 -क्रम से लगाइए ?
- भारतेन्दु ,जयशंकर ,उपेन्द्रनाथ अश्क ,सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- भारतेन्दु ,उपेन्द्रनाथी अश्क ,जयशंकर ,सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- उपेन्द्रनाथ अश्क ,भारतेन्दु ,जयशंकर ,सर्वेष्वर दयाल सक्सेना
- ,सर्वेश्वर दयाल सक्सेना,भारतेन्दु ,जयशंकर ,उपेन्द्रनाथ अश्क
प्रश्न 20 --क्रम से लगाइए ?
- फणीश्वर नाथ रेणु ,श्रीलाल शुक्ल ,मन्नू भंडारी ,यशपाल
- यशपाल ,फणीश्वर नाथ रेणु ,श्रीलाल शुक्ल ,मन्नू भंडारी
- श्रीलाल शुक्ल ,मन्नू भंडारी,फणीश्वरनाथ रेणु ,यशपाल
- फणीश्वरनाथ रेणु ,मन्नू भंडारी ,श्रीलाल शुक्ल ,यशपाल
प्रश्न 21 -अंग्रेज रमणिया थी ,जो धीरे धीरे नहीं चलती थी ,तेज चलती थी। न उन्हें आती थी न हॅसने में मौत आती थी -----उधर हमारी भारत की कुललक्ष्मी ,सड़क के किनारे दमन बचाती और संभालती हुई ,सदी की कई तहो में सिमट सिमटकर ,लोक लाज स्त्रीत्व और भारतीय गरिमा के आदर्श को अपने परिवेष्टनों में छिपाकर सहमी -सहमी धरती में आंख गाड़े ,कदम -कदम बढ़ रही थी।
- अपना - अपना भाग्य
- रोज
- कोसी का घटवार
- परिंदे
प्रश्न 22 -अरे तुमसे किसने कह दिया की कुंवारे आदमी को चाय नहीं पीनी चाहिए ?किस का कथन है ?
- रागदरबारी
- तीसरी कसम
- मैला आँचल
- कोसी का घटवार
प्रश्न 23 -क्रान्तिकारी बनाये नहीं जाते ,जन्मजात होते है। इसका अर्थ यह हुआ कि क्रांति की भावना शेखर में जन्म से विद्मान थी। योग्य समय आने पर वह जागृत हो गई ,उसका यह विद्रोह किसी एक व्यक्ति ,वस्तु या स्थिति के प्रति नहीं था ,बल्कि सम्पूर्ण उस स्थिति समाज के प्रति है जो अपूर्ण है ,संकीर्ण है तथा विकास की विघातक है ?किसका उपन्यास का कथन है ?
जिंदगीनामा
मानस का हंस
धरती धन न अपना
शेखर एक जीवनी
प्रश्न 26 -हरिजन ,गरीब दयनीय जनता का चित्रण ,राजनीती का षडयंत्र ,भ्रष्टाचारी पुलिस यंत्रणा - किस नाटक का विषय है ?
- जिंदगीनामा
- मानस का हंस
- धरती धन न अपना
- शेखर एक जीवनी
प्रश्न 24 -इस दृश्य काव्य में जिन समस्याओ को उठाया गया है ,उसके सफल निर्वाह के लिए महाभारत के उत्तराद्ध की घटनाओ का आश्रय ग्रहण किया गया है। अधिकतर कथावस्तु प्रख्यात है केवल कुछ ही तत्व उत्पाद है। कुछ स्वकल्पित पात्र और कुछ स्वकल्पित घटनाएँ। प्राचीन पद्धति भी इसकी अनुमति देती है। - किस नाटक के निर्देश से लिया गया है ?
- अँधायुग
- एक और द्रोणाचार्य
- चन्द्रगुप्त
- सिंदूर की होली
प्रश्न 25 -बहिन मुझे मूर्ति उतनी नहीं चाहिए ,मुझे मूर्तिपूजक चाहिए। मुझे कोई ऐसा नहीं चाहिए जिसकी और में देखु ,मुझे वो चाहिए जो मेरी और देखे।
- बकरी
- अंधेर नगरी
- भारत दुर्दशा
- एक और द्रोणाचार्य
प्रश्न 27 -प्रत्येक प्रकरण में शीर्षक के साथ महाभारत ,गीता ,मनुस्मृति ,वृन्द के दोहे लिखे गए है। किस उपन्यास के बारे में यह कथन है ?
- परीक्षा गुरु
- रागदरबारी
- जिंदगीनामा
- देवरानी जेठानी की कहानी
प्रश्न 28 -पहले से किसी बात का बात का मनसूबा नहीं बाँधना चाहिए किसी को। भगवान ने मनसूबा तोड़ दिया। उसको सबसे पहले भगवान से पूछना है ,भोला बाबा। किस रचना का कथन है ?
- लाल पान की बेगम
- तीसरी कसम
- मैला आँचल
- कोसी का घटवार
प्रश्न 29 -बोझिल अनिश्चित -से वातावरण में सफर कटने लगा। रात गहराने लगी थी। किस है ?
- कोसी का घटवार
- राजा निरबंसिया
- अमृतसर आ गया
- सिक्का बदल गया
प्रश्न 30 -अपने सुखी लकड़ी के तख्तों पर उसे सुलाते हो ,आप कीचड़ में पड़े रहते हो। कही तुम न माँदे पड़ जाना। जाड़ा क्या है,मौत है और निमोनिया से मरने वाले को मुरब्बे नहीं मिला करते। - किस कहानी का कथन है ?
- अपना अपना भाग्य
- उसने कहा था
- परिंदे
- तीसरी कसम
प्रश्न 31 - नन्द सिंह इसी छुआछूत के व्यवहार से तंग आकर पहले सिख बना था ,अब ईसाई बनता है ,लेकिन छुआछूत फिर भी उसका पीछा नहीं छोड़ती। किस उपन्यास के बारे में है ?
- जिंदगीनामा
- धरती धन न अपना
- गोदान गोदान
- मैला आँचल
प्रश्न 32 -मनुष्य अपनी दुर्बलता से भली- भांति परचित रहता है। परन्तु उसे अपने बल से भी पहले- कर्म क्षेत्र में काँपकर लड़खड़ावों मत पौरव !तुम विचार कर देखो तो !सिकंदर ने जो क्षत्रप नियुक्त किया है ,जिन संधियों को वह प्रगतिशील रखना चाहता है वे सब क्या है ?अपनी लूटपाट को वह साम्राज्य के रूप में देखना चाहता है। -ये किस नाटक का कथन है ?
- धुरुस्वामिनी
- चन्द्रगुप्त
- स्कंदगुप्त
- एक और द्रोणाचार्य
प्रश्न 33 -क्रूर ,आधा क्रिस्तानी ,आधा मुसलमानी वेश हाथ में नंगी तलवार। यह विशेषता भारत दुर्दशा के किस पात्र का है ?
- भारत भाग्य
- भारत दुर्देव
- आलस्य
- अंधकार
प्रश्न 34 -डॉ बिशनदास और कामरेड टहल सिंह किस उपन्यास के पात्र है ?
- झूठा सच
- मैला अंचल
- धरती धन न अपना
- राग दरबारी
प्रश्न 35 - डरने में उतनी यातना नहीं है जितनी वह होने से ,जिस से सबके सब भय कहते है.वैसा ही आज। ये है महल मेरे पिता मेरी माता के लेकिन कौन जाने यहाँ स्वागत हो मेरा एक जहर बुझे भाले से ? ये किस नाटक का कथन है ?
- चन्द्रगुप्त
- स्कंदगुप्त
- अँधा युग
- एक और द्रोणाचार्य
प्रश्न 36 -कौरव पुत्रों की इस कलुषित कथा में एक तुम जिसका माथा गर्वोन्नत है। किसका कथन है ?
- संजय
- विदुर
- कृष्ण
- अश्त्थामा
प्रश्न 37 -जब इंसान मशीन बन जायेगा तो वह दिन दुनिया के लिए सबसे खतरे का दिन होगा। इंसान का मशीन बनाना सनक का ही दूसरा रूप है। यह किसका कथन है ?
- श्रीपत
- अंजो
- इन्द्रनारायण
- नीरज
प्रश्न 38 -नहीं ,नहीं ,नहीं। तुम कुछ भी कहो कृष्ण। निश्चय ही भीम ने किया है अन्याय आज। उसका अधर्म वॉर अनुचित था। जानता हु में तुमको शैशव से रहे हो सदा से मर्यादाहीन कूटबुद्धि। यह कथन अँधा युग के किस अंक से है ?
- द्वितीय
- तीसरे
- चौथे
- पांचवे
प्रश्न 39 -सरोहा गांव का जिक्र किस नाटक में हुआ है ?
- बकरी
- महाभोज
- एक और द्रोणाचार्य
- आगरा बाजार
प्रश्न 40 -अब हमे जहा -तहाँ घूमे की जरुरत नहीं। यही रहेंगे और तर मॉल उड़ाएंगे। किस नाटक का कथन है ?
- बकरी
- महाभोज
- अंधेर नगरी
- सिंदूर की होली
प्रश्न 41 - क्रम से लगाओ ?
- कौरव नगरी ,पशु का उदय ,अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य, विजय एक क्रमिक आत्महत्या
- कौरव नगरी ,अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य ,पशु का उदय ,विजय एक क्रमिक आत्महत्या
- कौरव नगरी ,अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य ,विजय एक क्रमिक आत्महत्या ,पशु का उदय
- अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य ,कौरव नगरी ,पशु का उदय ,विजय एक क्रमिक आत्महत्या
प्रश्न 42 -इस बचकाना हरकत पर हंसी आई थी ,किन्तु भीतर ही भीतर प्रसन्नता भी हुई थी। उसकी उम्र अभी बीती नहीं है ,अब भी वह दुसरो को अपनी ओर आकर्षित कर सकती है। किस कहानी का कथन है ?
- तीसरी कसम
- दुनिया का अनमोल रत्न
- परिंदे
- लालपान की बेगम
प्रश्न 43 -भगवान !मेरे पथ भ्रष्ट नाविक को अंधकार में ठीक पथ पर ले चलना। किस कहानी का कथन है ?
- तीसरी कसम
- राजा निरबंसिया
- इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर
- आकाशदीप
प्रश्न 44 -आशिक के बुरे हाल पर तरस न खायेगी और क्या अपने रूप की एक झलक इस जलते हुए दिलफ़िगार को आने वाली सख्तियों के झेलने की ताकत न देगी ?तेरी एक मस्त निगाह के नशे से चूर होकर मै वह कर सकता हूँ जो आज तक किसी से न बन पड़ा हो। किस कहानी का कथन है ?
- उसने कहा था
- तीसरी कसम
- कोशी का घटवार
- दुनिया का सबसे अनमोल रत्न
- परिंदे
- रोज
- राजा निरबंसिया
- लालपान की बेगम
प्रश्न 46 -बकरी नाटक का प्रकाशन वर्ष ?
- 1971
- 1968
- 1974
- 1982
प्रश्न 47 -आषढ का एक दिन का प्रकाशन वर्ष ?
- 1958
- 1963
- 1969
- 1974
प्रश्न 48 -सिंदूर की होली का प्रकाशन वर्ष ?
- 1971
- 1974
- 1977
- 1981
प्रश्न 50 -बाणभट्ट की आत्मकथा का प्रकाशन वर्ष ?
- 1936
- 1941
- 1946
- 1954
DEVKANT SINGH
NET -JRF
MOB NO-9555935125
उत्तर
1 . -c 2 -c 3 -c 4-c 5-c
6-d 7-b 8-d 9-b 10-a
11- 12-a 13-a 14-b 15-a
16-a 17-b 18-c 19-a 20-b
21-a 22-b 23-d 24-a 25-a
26-a 27-a 28-a 29-c 30-b
31-b 32-b 33-b 34-c 35-c
36-b 37-a 38-b 39-b 40-c
41-a 42-c 43-d 44-d 45-a
46-c 47-a 48-b 49-c 50-c
उत्तर
1 . -c 2 -c 3 -c 4-c 5-c
6-d 7-b 8-d 9-b 10-a
11- 12-a 13-a 14-b 15-a
16-a 17-b 18-c 19-a 20-b
21-a 22-b 23-d 24-a 25-a
26-a 27-a 28-a 29-c 30-b
31-b 32-b 33-b 34-c 35-c
36-b 37-a 38-b 39-b 40-c
41-a 42-c 43-d 44-d 45-a
46-c 47-a 48-b 49-c 50-c
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